सतना जिला अस्पताल में एक मरीज के परिजन को खुद सलाइन की बॉटल पकड़कर स्ट्रेचर धकेलना पड़ा। अस्पताल में सफाई और दिखावे के बीच व्यवस्थाओं की हकीकत सामने आई। वार्ड बॉय और गार्ड नदारद, सिस्टम पूरी तरह लाचार।
By: Star News
Jul 12, 202512:58 PM
सतना, स्टार समाचार वेब
एमडी एनएचएम के प्रस्तावित दौरे के चलते गुरुवार को जिला अस्पताल चकाचक मिला। अस्पताल परिसर में हर जगह साफ-सफाई, स्टाफ ड्रेस में एवं ओपीडी में कई नए नवाचार देखने को मिले। अस्पताल परिसर की नवीन ओपीडी में संचालित बाल्य रोगी ओपीडी के बाहर कई बुकलेट और सामग्री रखी गई थी, जिसमें शिशु रोग से संबंधित कई रोगों की जानकारियां और बचाव के तरीके लिखे गए थे। अस्पताल में एक और जहां सब कुछ नया नया दिख रहा था वहीं दूसरी ओर एक बदहाली की तस्वीर ने मानवता को झकझोर दिया। जहां एक युवक एक हाथ में सलाइन की बोतल थामे,दूसरे हाथ से स्ट्रेचर ढकेलता हुआ नजर आया। लाचार सिस्टम के बीच अपने मरीज को बमुश्किल वार्ड तक पहुंचाता दिखा लेकिन अस्पताल में गरीब मरीजों की मदद के लिए कोई नहीं आया।
वार्ड बॉय को ढूंढ के लाओ और इनाम पाओ
जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल के हाल बेहाल हैं, गॉर्ड और वार्ड बॉय के ऊपर लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी जिला अस्पताल में ये ढूंढें नहीं मिलते हैं। जिला अस्पताल में तो इनके ऊपर ईनाम की घोषणा कर देनी चाहिए कि वार्ड बॉय को ढूंढ के लाओ और ईनाम पाओ। इसके अलावा जिला अस्पताल में रखे स्ट्रेचरों की स्थिति इतनी खराब है कि कई स्ट्रेचर जंग खा गए हैं और कई के पहिये आदि नहीं चलते। इन्हे चलाने में ये कहीं से भी ये टूट सकते हैं और कोई न कोई हादसा हो सकता है।
क्या है मामला
जानकारी के मुताबिक गुरुवार को महिला मेडिकल वार्ड में भर्ती मरीज को सोनोग्राफी करने के लिए कहा गया था चूंकि वार्ड में तो यह सुविधा उपलब्ध नहीं है। जिसके लिए मरीज के परिजन द्वारा एमर्जेन्सी से स्ट्रेचर ले जाया गया और वार्ड से मरीज को गायनी विभाग सोनोग्राफी करने ले जाया गया। बड़ी बात है कि अस्पताल के लचर सिस्टम में मरीज का साथ किसी ने नहीं दिया परिजन द्वारा ही एक हाथ में सलाइन की बोतल थामी गयी और दुसरे हाथ से स्ट्रेचर को धकेला गया।