सतना जिला अस्पताल के दोनों गेट अतिक्रमण की चपेट में हैं। ठेले, दुकानों और अवैध पार्किंग के कारण एम्बुलेंस और मरीज जाम में फंस रहे हैं। कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति हो रही है, जिससे गंभीर मरीजों की जिंदगी खतरे में पड़ रही है।
By: Star News
Aug 21, 2025just now
हाइलाइट्स
सतना, स्टार समाचार वेब
शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या अब आम हो चुकी है। शहर में अतिक्रमण का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है, बाजार, सड़क व अन्य स्थानों के अलावा अब इसकी चपेट में जिला अस्पताल भी आ चुका है। इन दिनों इंदिरा कॉलेज से जिला अस्पताल पहुंचने की डगर बहुत ही कठिन हो गई है। आए दिन एम्बुलेंस इस जाम में फंसी नजर आती है। मरीज को छोड़ने जिला अस्पताल के में गेट पहुंचते-पहुंचते एम्बुलेंस को घंटो समय लग जाता है, बावजूद इसके प्रशासन कोई एक्शन नहीं ले रहा है। कार्रवाई के नाम पर खाना पूर्ती हो रही है। बुधवार को भी दोपहर के समय कई एम्बुलेंस इस जाम और अतिक्रमण में फंसी रेंगती नजर आई, लेकिन उसे जाम के झाम से निकालने किसी ने रुचि नहीं दिखाई। एम्बुलेंस में पड़ा मरीज परेशान होता रहा और घंटे भर बाद जिला अस्पताल पहुंच पाया। यह नजारा कोई नया नहीं है, यहां कार्रवाई तभी होगी जब किसी जनप्रतिनिधि का वाहन जाम के झाम में फंसेगा।
क्यों आई ये नौबत
जानकारी के मुताबिक जिला अस्पताल के दोनों मेन गेट में दिनभर भारी अराजकता का माहौल बना रहता है। जिला अस्पताल सबसे संवेदनशील जगह है। अतिक्रमण और जाम के चलते मरीज को अस्पताल अंदर तक ले जाने के लिए लोगों को भारी जद्दोजहद करना पड़ता है। जिला अस्पताल के दोनों मुख्य द्वार को ठेले एवं दुकानदारों ने घेर रखा है। पूरी सड़कों में दुकानदारों और अतिक्रमणकारियों का कब्जा है। इसके साथ ही ई रिक्शा, आॅटो चालकों एवं निजी एंबुलेंस चालकों ने भी इसी सड़क के दोनों ओर अवैध पार्किंग बना रखा है। यदि कोई मरीज गंभीर स्थित में है तो समय से अस्पताल पहुंच जाएगा यह संभव नहीं है। जब तक यहां प्रशासन सख्ती नहीं दिखायेगा तब तक इस जाम से मुक्ति नहीं मिलेगी ।
गर्ल्स कॉलेज के सामने सजती है चाट-फुलकी और कपड़ों की दुकानें
गर्ल्स कॉलेज के सामने पूर्व से चाट-फुलकी और कपडे वालों ने कब्जा कर रखा है। कॉलेज के सामने से लेकर जिला अस्पताल तक जाना अब और भी मुश्किल हो गया है। कार्रवाई के नाम पर इन अवैध अतिक्रमण वालों को सुबह हटाया जाता है शाम तक फिर वही स्थिति निर्मित हो जाती है। निगम प्रशासन और जिला प्रशासन के लिए ये विषय बड़ी चुनौती का है।
अक्सर निर्मित होती है विवाद की स्थिति
जिला अस्पताल को चारों ओर से पहले ही अतिक्रमणकारियों ने घेर रखा है। अब अस्पताल के सामने बनी नई-नवेली आरसीसी सड़क पर फुटपाथियों और ठेले वालों ने कब्जा जमा लिया। इसके बाद आधी सड़क पर मेडिकल दुकानदारों की गाड़ियां और आॅटो खड़ी होने लगी। इस तरह एम्बुलेंस, मरीज और मरीज के परिजनों के आवागमन के लिए आधी अधूरी सड़क ही बची जिससे जाम की स्थित निर्मित हो रही। इस अतिक्रमण के चक्कर में एम्बुलेंस और मरीज दोनों परेशान होते हैं और विवाद की भी स्थिति निर्मित हो जाती है।