सतना–मैहर जिले में फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम का फाइनल राउंड शुरू। 290 स्कूलों के 4105 बच्चों का टेस्ट, 18 सर्वे टीम तैनात। फेल होने पर फिर पूरे जिले में अभियान दोहराना होगा।
By: Yogesh Patel
Dec 09, 20258:40 PM
हाइलाइट्स:
सतना, स्टार समाचार वेब
जिले में रार्ष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम अंतर्गत ट्रांसमिशन असेसमेंट सर्वे-३ का फाइनल राउंड आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम अंतर्गत कक्षा 1 एवं कक्षा 2 में पढ़ने वाले 6-7 साल की उम्र के बच्चों का फाइलेरिया टेस्ट किया जाएगा। बताया गया कि यह कार्यक्रम 10 दिसंबर से 24 दिसंबर तक चलाया जाएगा सतना मैहर जिले को दो भागों में बांटा गया है। इसमें जिले की 290 स्कूलों के 4105 बच्चों को चिन्हित किया गया है। जानकारी के मुताबिक इस कार्यक्रम के लिए 18 सर्वे टीम बनाई गई है। इन कार्यक्रमों की निगरानी डब्ल्यूएचओ की टीम द्वारा की जाएगी। कार्यक्रम का शुभारंभ प्राथमिक शाला पतेरी में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनोज शुक्ला के मुख्य आतिथ्य एवं जिला मलेरिया अधिकारी शीला सोनकर की उपस्थिति में आयोजित जाएगा। इस अवसर पर हो के स्टेट कोआॅर्डिनेटर डॉ. देवेंद्र सिंह मुख्य रूप से उपस्थित रहेंगे।
मिली जानकारी के मुताबिक मलेरिया विभाग द्वारा इस कार्यक्रम हेतु शिक्षा विभाग से 2977 स्कूल की सूची प्राप्त हुई थी जिसे राज्य शासन को भेजा गया था। शिक्षा विभाग से रैनबेनाइजेशन के बाद अलग-अलग ब्लाकों की 290 स्कूल सर्वे हेतु चिन्हित कर भेजी गई है। इसके अलावा अगर इन विद्यालयों में बच्चों की संख्या कम मिलती है या अनुपस्थित रहते हैं तो 40 विद्यालयों को रिजर्व हेतु रखा गया है। इन्ही स्कूलों में बच्चों का टेस्ट किट के माध्यम से किया जाएगा। इस कार्यक्रम में कक्षा एक यानी 6 वर्ष एवं कक्षा 2 यानी 7 वर्ष के चयनित बच्चे चिन्हित हैं।
बताया गया कि आबादी के हिसाब से जिले को दो टीमों में बांटा गया है। पहली यूनिट में मैहर, अमरपाटन, देवराजनगर, उचेहरा, रामपुर बाघेलान एवं दूसरी यूनिट में कोठी, मझगवां, नागौद, सतना क्षेत्र शामिल हैं। आंकड़ों के मुताबिक सतना- मैहर जिले की कुल आबादी 28 लाख 27 हजार 761 के हिसाब से 290 स्कूल चिन्हित हैं। इसके अलावा 40 स्कूलों को अतिरिक्त रिजर्व रखा गया है। 290 स्कूलों में 4105 बच्चों को फाइलेरिया टेस्ट के लिए चिन्हित किया गया है जिसमें कक्षा 1 के 2294 एवं कक्षा 2 के 1811 छात्र शामिल हैं।
प्रत्येक टीम में 4 सदस्य, लैब टेक्नीशियन अनिवार्य
बताया गया कि कार्यक्रम के सफलता हेतु 18 टीम बनाई गई है, जिनका प्रशिक्षण दिया जा चुका है। सारी टीम को प्रशिक्षण सामग्री के साथ ही किट प्रदान कर दिए गए हैं। ये टीम निर्धारित स्कूल में निर्धारित दिनांक को सर्वे के रूप में पहुंचेंगे तथा बच्चों का फाइलेरिया टेस्ट करेंगे। प्रत्येक टीम में चार कर्मी रहेंगे जिसमे एक लैब टेक्नीशियन विशेष रूप से रहेगा। इस कार्यक्रम में जिला स्तर एवं ब्लॉक स्तर से पर्यवेक्षक टीम भी तैनात की गई है जो कि प्रत्येक स्कूल की मॉनिटरिंग कर राज्य शासन एवं केंद्र शासन को रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। कार्यक्रम अभियान के लिए स्कूल के संस्था प्रभारी को सूचित कर दिया गया है।
इस बार फाइनल राउंड, फेल हुए तो फिर से होगी दस्तक
बताया गया कि प्रदेश में सतना एवं सागर जिले में बच्चों के लिए चलाए जाने वाले फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम का यह फाइनल राउंड है, अगर जिले की दोनों यूनिटों में 36 बच्चे फाइलेरिया से पॉजटिव मिलते हैं तो यह फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम फेल माना जाएगा। प्रत्येक यूनिट से 18 टेस्ट पॉजटिव मिलने पर दोबारा से कार्यक्रम की योजना बनाई जाएगी। बताया गया कि इस फाइनल राउंड में फेल होने के बाद एक बार फिर शुरुआत से घर- घर जाकर कार्यक्रम की दस्तक देनी पड़ेगी।
ये हैं लक्ष्य
ब्लाक स्कूल बच्चे
उचेहरा 27 327
रामपुर बाघे. 34 426
मैहर 43 1041
अमरपाटन 23 403
देवराजनगर 19 439
नागौद 56 445
कोठी 39 300
मझगवां 85 677
सतना शहरी 05 47
कुल 331 4105