जम्मू-कश्मीर SIA ने 'सफेदपोश टेरर मॉड्यूल' मामले में तुफेल नियाज भट को गिरफ्तार किया। यह मॉड्यूल 10 नवंबर के दिल्ली रेड फोर्ट ब्लास्ट से जुड़ा है, जिसमें आत्मघाती हमलावर डॉक्टर उमर नबी शामिल था। जांच का दायरा अल-फलाह यूनिवर्सिटी तक पहुंचा, भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद।
By: Ajay Tiwari
Nov 22, 20257:13 PM
हाइलाइट्स
जम्मू कश्मीर. स्टार समाचार वेब
जम्मू-कश्मीर पुलिस की राज्य जांच एजेंसी (एसआईए) ने 'सफेदपोश टेरर मॉड्यूल' मामले में शनिवार को बटमालू निवासी तुफेल नियाज भट को गिरफ्तार किया है। यह मॉड्यूल अक्टूबर के मध्य में बुनपोरा और नौगाम में पुलिस और सुरक्षाबलों को धमकी देने वाले पोस्टरों की जांच के दौरान पकड़ा गया था। इस मामले की जांच वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (श्रीनगर) डॉ. जी.वी. सुंदर चक्रवर्ती के नेतृत्व में की गई।
शुरुआती जांच में सीसीटीवी फुटेज के आधार पर तीन संदिग्धों— आरिफ निसार दर (उर्फ साहिल), यासिर-उल-अशरफ, और मकसूद अहमद दर (उर्फ शाहिद) को गिरफ्तार किया गया। इनसे पूछताछ के बाद मौलवी इरफान अहमद (पूर्व पैरामेडिक) की गिरफ्तारी हुई, जिस पर पोस्टर सप्लाई करने और डॉक्टरों को उग्रवादी बनाने का आरोप है।
जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा है समूह
जांच से पता चला है कि यह पूरा मामला आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा हुआ है और इसकी परतें 10 नवंबर को रेड फोर्ट मेट्रो स्टेशन के पास हुए जोरदार धमाके तक जाती हैं। इस धमाके में 14 लोग मारे गए थे, जिनमें आत्मघाती हमलावर डॉक्टर उमर नबी भी शामिल था। उमर नबी अल-फलाह यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट टीचर था।
क्या है मामला...
पुलिस और जांच एजेंसियां अब तुफेल के खिलाफ सबूत जुटा रही हैं, ताकि दिल्ली ब्लास्ट की साजिश से जुड़े हर छोटे-बड़े किरदार को बेनकाब किया जा सके। जांच का दायरा फरीदाबाद स्थित अल-फलाह यूनिवर्सिटी तक पहुंच चुका है, जहां से डॉ. मुजफ्फर गनाई और डॉ. शाहीन सईद को गिरफ्तार किया गया और लगभग 2,900 किलो विस्फोटक सामग्री बरामद की गई। उमर नबी के साथी डॉ. मुजफ्फर और अन्य मेडिकल स्टाफ को भी संदिग्ध मानकर गिरफ्तार किया गया है। जांच एजेंसियों को संदेह है कि यह धमाका एक बड़ी साजिश का हिस्सा था, जिसमें कई अन्य जगहों पर हमले की योजना थी, और आरोपियों ने इसके लिए खुद ही पैसे जुटाए थे।