सतना में धान की बोरियों से 46 किलो गांजा बरामद, कीमत 9 लाख से अधिक। राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी के रिश्तेदारों पर आरोप, पुलिस जांच में राजनीतिक संरक्षण के संकेत।
By: Yogesh Patel
Dec 09, 20258:43 PM
हाइलाइट्स:
सतना, स्टार समाचार वेब
नशे के अवैध कारोबार के खिलाफ चलाई जा रही आईजी रीवा की मुहिम के तहत रविवार -सोमवार की दरम्यानी रात रामपुर बाघेलान पुलिस को उस वक्त बड़ी सफलता मिली जब मुखबिर की सूचना पर की गई छापामारी में धान की बोरियोें के बीच से 46 किलो 134 ग्राम गांजा बरामद किया गया।
बरामद किए गए गांजे की कीमत 9 लाख 22 हजार 680 रुपए आंकी गई है। इस पूरे मामले में सबसे बड़ी बात यह है कि जो दो आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं उनमें एक नगरीय विकास एवं आवास विभाग की राज्यमंत्री एवं रैगांव की विधायक प्रतिमा बागरी का छोटा भाई है।
इस मामले में राज्यमंत्री के बहनोई को पुलिस ने आरोपी बनाया है। गौरतलब है कि राज्यमंत्री के बहनोई को 5 दिन पहले 3 दिसम्बर को बांदा जिले के नरैनी पुलिस ने गांजे की तस्करी में गिरफ्तार किया था।
अनिल ने पंकज को बेंचा था गांजा
इस संबंध में एडिशनल एसपी ग्रामीण प्रेमलाल कुर्वे ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर रामपुर बाघेलान पुलिस ने दबिश देकर मरौहा निवासी पंकज सिंह बघेल पिता सत्येन्द्र सिंह बघेल के मकान के सामने बने टीनशेड के नीचे रखी धान की बोरियों के बीच 4 बोरियों में गांजा बरामद किया। चारों बोरियों में 12-12 पैकेट गांजे के बरामद किए गए। जिनका कुल वजन 46 किलो 134 ग्राम था। जिसकी कुल कीमत 9 लाख 22 हजार 680 रुपए अांकी गई है। श्री कुर्वे के मुताबिक जब आरोपी पंकज से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि उसे यह गांजा अनिल बागरी और शैलेन्द्र सिंह दे गए हैं। पंकज की निशानदेही पर वह गाड़ी एमएच 49बीबी 9699 भी जब्त कर ली गई जिससे गांजे की सप्लाई की गई थी।
बंद करा दिए गए थे पुलिस कर्मियों के फोन
पुलिस से जुड़े सूत्रों की मानें तो गांजा तस्करी में प्रदेश की नगरीय विकास एवं आवास राज्यमंत्री के भाई की संलिप्तता के संदेह के चलते वरिष्ठ अधिकारियों ने इस पूरे मूवमेंट में लगे पुलिस कर्मियों के फोन बंद करा दिए थे।
कहां से आ रहा गांजा
गांजा तस्करी में हाई प्रोफाइल राजनीतिक लोगों के लगातार सामने आ रहे नामों को देखते हुए पुलिस इस मामले की तह तक जाने में जुटी हुई है। पुलिस यह जानने में लगी है कि आरोपियों को गांजे की सप्लाई कौन कर रहा है? उन तक कहां से गांजा पहुंच रहा है?
राजनीति संरक्षण में चल रहा नशे का करोबार
उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में गांजा तस्करी के आरोप में शैलेन्द्र सिंह उर्फ सिम्मू की गिरफ्तारी के बाद मामला राजनीतिक रूप से गरमाने लगा है। रैगांव सीट से पूर्व विधायक कल्पना वर्मा ने प्रदेश की राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी पर आरोप लगाया है कि वे अपने रिश्तेदारों को संरक्षण दे रही हैं, जिससे अवैध कारोबार बढ़ रहा है। कल्पना वर्मा ने बताया कि बांदा पुलिस ने जिस शैलेन्द्र सिंह को पकड़ा है, वह पहले सतना में नशीली कफ सिरप के साथ भी पकड़ा जा चुका है,लेकिन दबाव के कारण पुलिस उस पर कार्रवाई नहीं कर सकी। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में नशे के कारोबार को राजनीतिक संरक्षण मिलने से नेटवर्क लगातार सक्रिय है।
पहले भी हो चुकी गिरफ्तारी
पूर्व विधायक के अनुसार शैलेन्द्र सिंह को सिंहपुर थाना क्षेत्र में भी नशीली दवाओं के मामले में पकड़ा गया था, फिर भी उसके अवैध कार्य नहीं रुके। कल्पना वर्मा ने पूरे नेटवर्क की जांच कर बड़े लोगों की भूमिका सामने लाने और कार्रवाई करने की मांग की है।