सतना के वार्ड क्रमांक 8 सिद्धार्थ नगर स्थित सरकारी उचित मूल्य की दुकान में खाद्यान्न वितरण में गड़बड़ी सामने आई। उपभोक्ताओं का आरोप है कि उनसे तीन माह के राशन पर अंगूठा लगवाया गया लेकिन दिया मात्र दो माह का। हंगामे के बाद एसडीएम और खाद्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और दुकान सील कर पंचनामा तैयार किया। विस्तृत जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।
By: Yogesh Patel
Aug 28, 20256 minutes ago
हाइलाइट्स
सतना, स्टार समाचार वेब
खाद्यान्न वितरण में गड़बड़ी के चलते बुधवार को एक राशन दुकान को सील कर दिया गया है। राशन दुकान से जुड़े उपभोक्ताओं ने आरोप लगाया था कि दुकान संचालक द्वारा उनसे तीन माह के राशन वितरण के नाम पर अंगूठा लगवा लिया गया है, जबकि उन्हें राशन मात्र दो माह का ही दिया गया है। दुकान के सामने उपभोक्ताओं के हंगामे व शिकायत को देखते हुए एसडीएम राहुल सिलाड़िया, जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी सम्यक जैन एवं कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी बृजेश पांडेय मौके पर पहुंचे।
दर्ज किए बयान बनाया पंचनामा
बताया जाता है कि शहर के वार्ड क्र. 8 सिद्धार्थ नगर में स्थित शा. उचित मूल्य की दुकान सह. उपभोक्ता भंडार मर्या. में उपभोक्ताओं के साथ राशन वितरण में ठगी की शिकायत पर पहुंचे विभाग के अधिकारियों ने उपभोक्ताओं के बयान दर्ज कर पंचनामा तैयार किया। बताया जाता है कि अवकाश के चलते राशन दुकान बंद होने के कारण आगे की कार्रवाई नहीं हो सकी है। शुक्रवार को उपभोक्ताओं के आरोपों की विस्तृत जांच के बाद राशन विक्रेता के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उपभोक्ताओं का आरोप था कि उनसे तीन माह के राशन वितरण पर अंगूठे लगवाए गए हैं जबकि राशन सिर्फ दो माह का ही दिया गया है।
शहर के यह हालात तो गांव में क्या होगा?
जिला प्रशासन के नाक के नीचे शहर में ही खाद्यान्न वितरण में इस तरह की गड़बड़ी सामने आने के बाद यह चर्चा एक बार फिर से गर्म हो गई है कि जब शहर के बीचोंबीच संचालित राशन दुकानों में खाद्यान्न वितरण में इस तरह की गड़बड़ी चल रही है तो गांवों और दूरस्थ स्थानों में संचालित राशन दुकानों में क्या हालात होंगे? यह स्वयं ही समझा जा सकता है।
खाद्यान्न वितरण में गड़बड़ी के आरोपों की शिकायत मिलने पर मौके पर जांच की गई, राशन दुकान बंद होने के कारण आगे की कार्रवाई गुरुवार को की जाएगी। फिलहाल दुकान सील कर दी गई है। उपभोक्ताओं का आरोप था कि उनसे तीन माह के राशन में अंगूठा लगवा लिया गया है जबकि राशन सिर्फ दो माह का दिया गया है।
सम्यक जैन, जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी