राजस्थान में दो दिन से भारी बारिश जारी है। इससे जुड़ी घटनाओं में 18 लोगों की मौत हुई है। जयपुर, चूरू, बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ जिले के कई निचले इलाकों में 4-5 फीट तक पानी भर गया है। बूंदी में मेज नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है। कई गांवों का मुख्यालय से संपर्क कट गया है।
By: Arvind Mishra
Jul 16, 20254 hours ago
भोपाल/नई दिल्ली। स्टार समाचार वेब
राजस्थान में दो दिन से भारी बारिश जारी है। इससे जुड़ी घटनाओं में 18 लोगों की मौत हुई है। जयपुर, चूरू, बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ जिले के कई निचले इलाकों में 4-5 फीट तक पानी भर गया है। बूंदी में मेज नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है। कई गांवों का मुख्यालय से संपर्क कट गया है। वहीं उत्तर प्रदेश में तेज बारिश का दौर जारी है। हाथरस में आधे घंटे में 6 इंच पानी बरसा। राज्य की ज्यादातर नदियां उफान पर हैं। प्रयागराज में गंगा-यमुना में बाढ़ की स्थिति है। वाराणसी में भी गंगा उफान पर है। 84 घाट पूरी तरह से डूबे हुए हैं। इधर, पहाड़ी राज्य उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में लगातार भारी बारिश जारी है। हिमाचल की 200 और उत्तराखंड की 58 सड़कें लैंडस्लाइड के चलते बंद हो गई हैं। दोनों राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। मध्य प्रदेश में तेज बारिश का दौर जारी है। प्रदेश में पिछले एक सप्ताह से भारी बारिश के चलते नदी-नाले उफान पर हैं। मौसम विभाग ने मप्र के डेढ़ दर्जन जिलों में अति भारी या भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इस मानसूनी सीजन में मध्यप्रदेश में औसत 18.2 इंच बारिश हो गई है, जो कोटे से आधी है। अब तक की औसत बारिश से यह 72 प्रतिशत यानी 5.6 इंच ज्यादा है।
मध्यप्रदेश का निवाड़ी ऐसा जिला है, जहां एक महीने में ही बारिश का आंकड़ा 103 फीसदी यानी 31.46 इंच पहुंच गया है। इस जिले की सामान्य बारिश साढ़े 30 इंच है। इंदौर और उज्जैन संभाग के जिले पिछड़े हुए हैं। 5 बड़े शहरों में भोपाल में 14.5 इंच, इंदौर में 7 इंच, ग्वालियर में 18.5 इंच, जबलपुर में 21.6 इंच और उज्जैन में 8 इंच पानी गिरा है। वहीं, टीकमगढ़ में 91 फीसदी (33 इंच), छतरपुर में 75 फीसदी (28 इंच), शिवपुरी में 82 फीसदी (25.3 इंच) और मंडला में 75 फीसदी (35 इंच) बारिश हो चुकी है।
जयपुर के चौमूं में एक स्कूल बस पानी से भरे गड्ढे में फंस गई। हादसा चौमूं में एनएच-52 वीर हनुमान पुलिया के पास का बुधवार सुबह हुआ। पुलिस के अनुसार बस में फंसे बच्चे टीसीआई इंस्टिट्यूट के हैं।
मेरठ में मंगलवार रातभर रुक-रुक कर बारिश हुई। इससे कई इलाकों में जलभराव हो गया। सुबह मौसम ठंडा रहा। हल्की हवा चली रही। मौसम विभाग ने हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई है। अगले पांच दिनों तक मौसम ऐसा ही बना रहेगा।
वाराणसी में बुधवार सुबह बारिश शुरू हुई। स्कूली बच्चों के लिए बारिश मुसीबत बनी। भीगते हुए बच्चे स्कूल पहुंचे। दरअसल, यूपी में लगातार बारिश से नदियां उफान पर हैं। वाराणसी में गंगा नदी 4 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रही है। नदी का जलस्तर 68.56 मीटर तक पहुंच गया है। अब सभी 84 घाट जलमग्न हो चुके हैं। गंगा खतरे के निशान से सिर्फ 2 मीटर दूर है। सबसे ज्यादा बारिश कन्नौज में 41.5 मिमी हुई। वहीं, 1 जून से अग तक यूपी में 231.5 मिमी बारिश दर्ज की गई है।