देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में दूषित पानी के सेवन से हुई मौतों में अफसरों की भारी लापरवाही समाने आई है। जहां मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जिम्मेदारी तीन अफसरों को निलंबित कर दिया है। इसके अलावा एक कमेटी भी जांच के लिए गठित करने के आदेश दिए हैं।
By: Arvind Mishra
Dec 31, 202512:20 PM

इंदौर। स्टार समाचार वेब
देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में दूषित पानी के सेवन से हुई मौतों में अफसरों की भारी लापरवाही समाने आई है। जहां मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जिम्मेदारी तीन अफसरों को निलंबित कर दिया है। इसके अलावा एक कमेटी भी जांच के लिए गठित करने के आदेश दिए हैं। इसकी जानकारी मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर दी। उन्होंने कहा कि लोगों के स्वास्थ्य के साथ किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। दरअसल, इंदौर के भागीरथपुरा में दूषित पानी पीने से अब तक आठ लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि प्रशासन के साथ अस्पताल प्रबंधन ने सिर्फ तीन मौतों की ही आधिकारिक पुष्टि की है। इनमें नंदराम (70), उर्मिला (60) और ताराबाई कोरी (70) शामिल हैं। तीनों की मौत डायरिया से होना बताया गया है। अभी अलग-अलग अस्पतालों में 111 लोग भर्ती हैं।
पीएचई का प्रभारी उपयंत्री बर्खास्त
देर रात जिन लापरवाह अफसरों पर सीएम की गाज गिरी है, उसमें जोनल अधिकारी शालिग्राम सितोले, सहायक यंत्री योगेश जोशी को निलंबित कर दिया गया है, जबकि पीएचई के प्रभारी उपयंत्री शुभम श्रीवास्तव की तत्काल प्रभाव से सेवा समाप्त की गई है। जांच के लिए सीएम ने कमेटी का गठन किया है। जिसमें आईएएस नवजीवन पंवार के निर्देशन में कमेटी जांच करेगी। समिति में अधीक्षण यंत्री प्रदीप निगम व मेडिकल कॉलेज के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. शैलेश राय को भी शामिल किया गया है।
क्षेत्र में दहशत का माहौल
क्षेत्र में दहशत का माहौल है। जिन 3 अन्य लोगों की मौत हुई है, उनमें गोमती रावत (50), उमा कोरी (31), संतोष बिगोलिया शामिल हैं। दोनों भाऊ गली, भागीरथपुरा की रहने वाली थीं। गोमती रावत की मौत 26 दिसंबर को हुई थी। इससे पहले मंगलवार को नंदलाल पाल (75), उर्मिला यादव (69), उमा कोरी (31), मंजुला पति दिगंबर (74) और सीमा प्रजापत (50) की मौत की जानकारी सामने आई थी।
अरबिंदों में तीन की हालत गंभीर
इंदौर के वर्मा हॉस्पिटल में 30, ईएसआईसी हॉस्पिटल में 11, एमवायएच में पांच, त्रिवेणी अस्पताल में सात और अरबिंदो हॉस्पिटल में छह प्रभावितों को भर्ती किया गया है। वहीं अरबिंदो में तीन मरीजों की हालत काफी गंभीर है, उन्हें आईसीयू में रखा गया है। मरीजों की बढ़ी संख्या और हालात को देखते हुए सीएमएचओ डॉ. माधव हसानी के निर्देश पर यहां 100 बेड वाले यूनिट की अलग व्यवस्था की गई है।
सभी का इलाज कराएगी सरकार
इधर, मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, कलेक्टर शिवम वर्मा, नगर निगम आयुक्त दिलीप यादव और सीएमएचओ डॉ. माधव हसानी लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। भागीरथपुरा क्षेत्र के सभी अस्पतालों को निर्देश दिए गए हैं कि वहां से आने वाले मरीजों से इलाज का कोई शुल्क न लिया जाए। मरीजों के इलाज का खर्च शासन वहन करेगा। प्रभावित क्षेत्र में 4 एम्बुलेंस तैनात हैं। 14 डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई गई है।