सहजन को सेहत के लिए ताकतवर औषधि माना जाता है। सहजन को मोरिंगा कहते हैं इसकी फलियां, पत्ते और छाल हर चीज का इस्तेमाल किया जाता है।
By: Manohar pal
Oct 24, 20255:19 PM
सहजन को सेहत के लिए ताकतवर औषधि माना जाता है। सहजन को मोरिंगा कहते हैं इसकी फलियां, पत्ते और छाल हर चीज का इस्तेमाल किया जाता है। सहजन में विटामिन बी12, कैल्शियम और आयरन भरपूर होता है। इसके पत्तों में पोषक तत्वों का भंडार है। सहजन के पत्तों से आप स्वादिष्ट पराठे बनाकर खा सकते हैं। मोरिंगा यानि सहजन के पराठे खाने में बहुत टेस्टी लगते हैं और इन्हें खाने से शरीर को भरपूर पोषण भी मिलता है। जानिए सहजन (Moringa) की रोटी या पराठा कैसे बनाएं?
सहजन के पराठे बनाने की रेसिपी
पहला स्टेप- पराठे बनाने के लिए आप ताजा हरे सहजन के पत्ते तोड़ लें। पत्तों को पानी से धोने के बाद मेथी पालक की तरह ही बारीक काट लें। अब इसमें धनिया पत्ती, बरीक कटी हरी मिर्च, जारी, काली मिर्च पाउडर, तिल, हल्दी पाउडर, आमचूर पाउडर डालें। अब इसमें बेसन, गेहूं का आटा और नमक मिलाकर डो तैयार कर लें।
थोड़ी देर कवर करके रख दें
आटे को सेट होने के लिए थोड़ी देर कवर करके रख दें। अब इससे लोई लेकर गोल या परत वाले पराठे बनाकर तैयार कर लें। घी लगाकर पराठे बना लें। आप चाहें को इसकी रोटियां बना सकते हैं। रोटियों को बिना घी लगाए तवे पर ऊपर ही सेंक लें। अगर आपको कटे हुए पत्तों वाले पराठे पसंद नहीं हैं तो सहजन की पत्तियों को पीसकर पेस्ट बना लें। इसमें आटा गूंथकर पराठे बना लें। आप इस आटे से पूरियां भी बनाकर खा सकते हैं।
सहजन के पत्तों का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए
सर्दियों में आपको इस तरह रोजाना सहजन के पत्तों का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए। बच्चों और बुजुर्गों को सहजन की सब्जी, फलियों का सूप या सहजन के पत्तों का पराठा बनाकर जरूर खिलाएं। इससे उनके शरीर को भरपूर पोषण मिलेगा और ताकत आ जाएगी। शरीर को जरूरी विटामिन मिलेंगे और रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होगी।