चुनार जंक्शन पर सुबह ट्रेन से उतरकर लाइन पार करते समय 7 यात्रियों की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई। सुबह सवा नौ बजे यह ट्रेन यात्री गोमो प्रयागराज एक्सप्रेस से उतरकर गलत दिशा से लाइन पार कर रहे थे। इसी दौरान प्लेटफॉर्म नंबर तीन से गुजर रही कालिका मेल की चपेट में आ गए।
By: Arvind Mishra
Nov 05, 202510:40 AM

मिर्जापुर। स्टार समाचार वेब
छत्तीसगढ़ के बिलापुर ट्रेन हादसे में 11 लोगों की मौत का दर्द लोग भूले भी नहीं थे और अगली सुबह उत्तर प्रदेश में हुए हादसे ने झकझोर कार रख दिया। दरअसल, यूपी के मिर्जापुर में कालका एक्सप्रेस ट्रेन से 10-12 श्रद्धालु कट गए। इनमें मौके पर ही सात महिलाओं की मौत हो गई। कई गंभीर रूप से घायल हैं। जिन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना के बाद स्टेशन में अफरा-तफरी मच गई। हादसा सुबह 9.30 बजे चुनार रेलवे स्टेशन पर हुआ। चोपन से पैसेंजर ट्रेन चुनार रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर-3 पर पहुंची। भीड़ होने की वजह से कुछ श्रद्धालु प्लेटफॉर्म पर न उतरकर दूसरी तरफ ट्रैक पर उतर गए। इसी दौरान दूसरे ट्रैक पर कालका एक्सप्रेस आ रही थी। यात्री कुछ समझ पाते, इससे पहले ही लोग ट्रेन की चपेट में आ गए। इनमें ज्यादातर महिलाएं थीं। सभी की शिनाख्त हो चुकी है। हादसे के बाद रेलवे के सीनियर अफसर आनन-फानन में मौके पर पहुंचे। वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी हादसे का संज्ञान लिया है।

कई यात्रियों के शरीर के टुकडे रेलवे ट्रैक पर बिखर गए। रेलवे अफसरों ने बताया कि कालका एक्सप्रेस का चुनार में स्टॉपेज नहीं है। इस वजह से स्पीड तेज थी। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया हादसा इतनी तेजी से हुआ कि किसी को समझने का वक्त ही नहीं मिला। ज्यादातर महिलाएं समूहों में गंगा स्नान के लिए जा रहीं थीं। रेलवे स्टेशन से ही 2-3 किमी दूर गंगा घाट है।

जब ट्रेन गुजर गई, तब ट्रैक पर लाशें बिखरी नजर आईं। कार्तिक पूर्णिमा के चलते स्टेशन पर भीड़ थी, इसके बावजूद प्लेटफॉर्म से ट्रेन को धीमी स्पीड में नहीं गुजारा गया। जीआरपी प्रभारी ने बताया कि अब तक सात महिलाओं की मौत हुई है। शवों को बॉडी बैग में भरकर पीएम के लिए भेजा गया है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने हादसे का संज्ञान लिया है। उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
वहीं एक युवती ने रोते हुए घरवालों को फोन किया। उसने कहा ट्रेन हादसे में बहन और बुआ ट्रेन से कट गईं। उनकी मौके पर ही मौत हो गई। हादसे में जान गवाने वालों के अधिकांश परिजन स्टेशन पहुंच गए। महिलाएं रो-रोकर बेसुध हो गर्इं। पुलिसकर्मी उन्हें समझाने में जुटे रहे।
जीआरपी ने सात महिलाओं की मौत की पुष्टि कर दी है। इनमें सविता (28), साधना (16), शिवकुमारी (12), अंजू देवी (20), सुशीला देवी (60) और कलावती देवी (50) शामिल हैं। सविता और साधना सगी बहनें हैं। अभी एक मृतिका का नाम नहीं पता चल पाया है।
कालका एक्सप्रेस हावड़ा स्टेशन से रात 9.55 बजे चली थी। पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्टेशन से वह आधे घंटे देरी से 8.36 पर मिर्जापुर स्टेशन के लिए निकली थी। चुनार में उसका स्टॉपेज नहीं था। इस वजह से ट्रेन की रफ्तार 60 किलोमीटर प्रति घंटे से ज्यादा की थी।
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