सतना में प्राथमिक शिक्षकों के दस्तावेज सत्यापन के दौरान आर्मी डिप्लोमा पर एक शिक्षक का सत्यापन होल्ड। माशिमं ने बोर्ड परीक्षा में कठिन सवालों का प्रतिशत बढ़ाया।
By: Yogesh Patel
Dec 09, 20257:49 PM
हाइलाइट्स:
सतना, स्टार समाचार वेब
गायन-वादन, खेल और नृत्य विधा के प्राथमिक शिक्षकों के दस्तावेजों का सत्यापन सोमवार को किया गया। इस दौरान दस्तावेजों की त्रुटियां भी सामने आई जिस पर चयनित शिक्षक का सत्यापन होल्ड कर दिया गया।
शहर के दो केन्द्रों में प्राथमिक शिक्षक गायन-वादन, खेल और नृत्य के दस्तावेजों का सत्यापन किया गया। जिसमें एक चयनित शिक्षक का दस्तावेज त्रुटि पूर्ण रहा। जिस कारण मात्र उसका ही सत्यापन रोक दिया गया। जानकारी के मुताबिक महारानी लक्ष्मी बाई उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में 18 चयनित शिक्षकों के दस्तावेजों का सत्यापन किया जाना था लेकिन 17 का ही किया जा सका। एक शिक्षक जिसका नाम पंकज सिंह बताया गया है। उसके पास स्नातक की डिग्री नहीं थी। इसकी जगह पंकज ने डिप्लोमा सामने रखा था। यह डिप्लोमा आर्मी से संबंधित किसी संस्थान का था जिस कारण होल्ड में डाल दिया गया।
भोपाल करेगा निराकरण
आर्मी के संस्थान का डिप्लोमा देख हक्के-बक्के रह गए सत्यापन अधिकारी अपने पाले की गेंद भोपाल के ऊपर डाल दिया। सत्यापन कर रहे अधिकारियों ने पंकज को इस बात के लिए रोक दिया गया कि सत्यापन वाले आदेश में इस तरह के डिप्लोमा का कोई जिक्र नहीं है। फिलहाल पंकज का सत्यापन होल्ड पर है। भोपाल से मार्गदर्शन आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
डीईओ-एडी ने संभाली कमान
सत्यापन कार्य का मोर्चा जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) और सहायक संचालक सीनियर सेकेंडरी (एडी) ने संभाल रखी थी। महारानी लक्ष्मी बाई में प्रभारी डीईओ कंचन श्रीवास्तव और व्यंकट टू में एडी गिरीश अग्निहोत्री सत्यापन कार्य में सक्रिय रुप से शामिल रहे। उनके साथ कार्यालयीन अमला भी तैनात रहा। गौरतलब है कि दोनो केन्द्रों में 18-18 चयनित शिक्षकों के दस्तावेजों का सत्यापन किया गया। जिसमें व्यंकट टू में कोई त्रुटि नहीं मिली।
इस बार के पेपर में कठिन सवाल ज्यादा होंगे
माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) की इस बार मुख्य वार्षिक परीक्षा थोड़ी टफ होने वाली है। ऐसा इस लिए क्योंकि नए पैटर्न के तहत कठिन प्रश्नों का प्रतिशत बढ़ाने की तैयारी माशिमं ने की है।
इसके चलते कक्षा 10वीं एवं 12वीं के विद्यार्थियों को पहले से ज्यादा मेहनत और मशक्कत करनी होगी। जानकारी के अनुसार इस बार के बोर्ड एग्जाम में प्रश्नपत्र की कठिनाई स्तर 15 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत की जाएगी। उदाहरण के लिए 100 में 20 सवाल ऐसे होंगे। बताया गया कि इन प्रश्नों का जवाब सीधे किताब से नहीं आएगा, बल्कि ज्ञान, समझ, अनुप्रयोग और रचनात्मकता के मिश्रण से ही उसको हल किया जा सकेगा। ये प्रश्न रटने से नहीं, बल्कि सोचने की क्षमता से हल होंगे। वहीं माध्यमिक शिक्षा मंडल ने विद्यार्थियों की तैयारी के लिए मेधावी छात्रों की उत्तरपुस्तिकाएं अपने आॅफीशियल वेबसाइट में अपलोड कर दी हैं। इतना ही नहीं सैंपल पेपर भी अपलोड कर दिए हैं।
अभी प्रश्नपत्रों का ऐसा था प्रारूप
बोर्ड परीक्षाओं में अभी तक 15 प्रतिशत कठिन सवाल और 45 प्रतिशत सामान्य व 45 प्रतिशत सरल स्तर के प्रश्न आते थे। बदले पैटर्न में अब 20 प्रतिशत कठिन सवाल होंगे। वहीं 40 प्रतिशत सामान्य और 40 प्रतिशत सरल प्रश्न पूछे जाएंगे।
अगले माह प्री-बोर्ड तो फरवरी में मेन एग्जाम
10वीं-12वीं कक्षाओं के प्री-बोर्ड एग्जाम जनवरी में होंगे,जबकि मुख्य परीक्षाएं फरवरी माह में होंगी। प्री-बोर्ड एग्जाम 12वीं की परीक्षाएं 5 जनवरी से होंगी तो वहीं 6 जनवरी से 10वीं की परीक्षाएं होंगी। परीक्षाओं का समय सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक होगा। वहीं मुख्य वार्षिक परीक्षा कक्षा 12वीं की 7 फरवरी से 5 मार्च तक चलेंगी, जबकि कक्षा 10वीं की परीक्षाएं 11 फरवरी से 2 मार्च तक आयोजित होंगी। बोर्ड एग्जाम में लगभग 44 हजार विद्यार्थी शामिल होंगे।