बिहार विधानसभा चुनाव के लिए महागठबंधन ने 'बिहार का तेजस्वी प्रण' नाम से अपना घोषणा पत्र जारी किया। 20 प्रणों में 20 महीने में हर परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी, महिलाओं के लिए ₹2500 मासिक भत्ता, और 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली देने का वादा शामिल है।
By: Ajay Tiwari
Oct 28, 20255:05 PM
पटना. स्टार समाचार वेब
बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर, महागठबंधन (Grand Alliance) ने अपना बहुप्रतीक्षित घोषणा पत्र जारी कर दिया है। इस घोषणा पत्र को 'बिहार का तेजस्वी प्रण' नाम दिया गया है, जिसमें राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता तेजस्वी यादव के 20 प्रमुख वादे शामिल हैं।
घोषणा पत्र की सबसे बड़ी और मुख्य घोषणा, 20 महीने के भीतर हर परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की है। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने स्पष्ट किया है कि यह वादा 20 महीने के समय सीमा में पूरा किया जाएगा, जिसके लिए 20 दिनों के भीतर अधिनियम (Act) बनाया जाएगा।
महागठबंधन के 'प्रण पत्र' में समाज के लगभग हर वर्ग को राहत देने के उद्देश्य से कई बड़े वादे किए गए हैं:
सरकारी नौकरी: 20 महीने में हर परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी प्रदान करना।
युवा एवं रोजगार: युवाओं के लिए व्यापक रोजगार सृजन की योजनाएँ।
महिला सशक्तिकरण: 'माई-बहिन योजना' के तहत महिलाओं को हर महीने ₹2500 का भत्ता।
बिजली: 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली उपलब्ध कराने का वादा।
गैस सिलेंडर: महिलाओं को बड़ी राहत देते हुए ₹500 में गैस सिलेंडर देने की घोषणा संभव है।
अन्य वर्ग: संविदा कर्मियों को नियमित करने, पुराने पेंशनधारियों के मुद्दों को हल करने, किसानों और गरीब परिवारों के लिए विशेष योजनाओं को भी घोषणा पत्र में शामिल किया गया है।
महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इस घोषणा पत्र को 'हमारा प्रण पत्र' बताते हुए कहा, "हमने सीएम का चेहरा भी घोषित कर दिया है। आज हम 'तेजस्वी प्रण पत्र' जारी कर रहे हैं, जो दर्शाता है कि हम अगले 5 साल कैसे काम करने जा रहे हैं।" उन्होंने जोर देकर कहा कि घोषणा पत्र का सबसे बड़ा वादा 'हर परिवार से एक सदस्य को सरकारी नौकरी' का है, और इसे अगले 5 साल में पूरा किया जाएगा।
घोषणा पत्र जारी करने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस के पोस्टर में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की तस्वीर भी शामिल थी, हालांकि, पोस्टर में तेजस्वी यादव की तस्वीर को प्रमुखता देते हुए राहुल गांधी के फोटो को अपेक्षाकृत छोटा रखा गया था, जो राज्य में महागठबंधन के नेतृत्व की तस्वीर को स्पष्ट करता है।