लवकुशनगर क्षेत्र के भितारिया व भड़ार गांव के किसानों ने अविनि परिधि ग्रेनाइट कंपनी पर जबरन जमीन अधिग्रहण का आरोप लगाया है। ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन मामूली मुआवजे पर उपजाऊ कृषि भूमि कंपनी को सौंप रहा है। विरोध जताते हुए किसानों ने भू-अर्जन रोकने की मांग की और चेतावनी दी है कि अगर कार्रवाई नहीं हुई तो आमरण अनशन किया जाएगा।
By: Yogesh Patel
Sep 07, 202521 minutes ago
हाइलाइट्स
लवकुशनगर, स्टार समाचार वेब
दो गांवो की पहचान वाले वन विभाग के पहाड़ व ग्राम रामूपुरा भितारिया भड़ार के सैकड़ो किसानों की जमीनों का प्रशासन द्वारा जबरन भू- अर्जन की प्रक्रिया से नाराज किसानों ने एसडीएम लवकुशनगर को शिकायती पत्र देकर प्रक्रिया को रोके जाने की मांग की है ग्रामीणों ने बताया कि अविनि परिधि माईनिग एड मिनरल्स द्वारा उद्योग स्थापित करने के लिए प्रशासन द्वारा जबरन मामूली राशि देकर उपजाऊ जमीन को हथियाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है कम्पनी के प्रशासन दबाव में है
जबरन किसानों की जमीन का भू- अर्जन हुआ तो आंदोलन करेंगे
किसान शशिकांत मिश्रा छबिलाल पाल देवेंद्र राजपूत पोशन यादव ने बताया कि प्रशासनिक अधिकारियों ने कंपनियों की रसूख के चलते नियमों को दरकिनार कर लीज स्वीकृति हो गई खसरा क्रमांक 431 में 8.155 हैक्टेयर की लीज अविनि परिधि ग्रेनाइट कंपनी को स्वीकृति मिली है जो गलत है उद्योग के नाम पर जबरन किसानों की लेने के मामले में किसानों में आक्रोश व्याप्त है किसानों ने बताया कि वे जल्द ही तहसील कार्यालय लवकुशनगर में आमरण अनशन शुरू करेंगे। अविनि परिधि ने बिना वन विभाग अनुमति पहाड़ के नीचे बाउंड्रीवाल तैयार की जा रही है किसानों की कृषि योग्य जमीने पहाड़ से लगी हुई है कंपनियों द्वारा खेतों के पास बड़े- बड़े गढ्ढे कराएं गए है जिससे वे परेशान है।
किसान लख्खू राजपूत व राजू साहू ने बताया कि कृषि योग्य जमीन को औने- पौने दामों दोनों ग्रेनाइट कंपनियां बेचने को मजबूर कर रही है किसान अपने हित की लड़ाई लड़ने संगठित हो गए है।
लीज निरस्त करने ग्रामीण कई बार कर चुके है शिकायतें
ग्राम पंचायत भड़ार व भितरिया गांव के ग्रामीण दोनों लीजो को निरस्त करने पूर्व में कई बार सरपंच प्रेम बाई मिश्रा के नेतृत्व में एसडीएम कलेक्टर व कमिश्नर सहित प्रमुख सचिव खनिज को पूर्व में कई बार शिकायते की जा चुकी है फिर भी कंपनी की रसूख के सामने कोई कार्रवाई न होने से ग्रामीणों में नाराजगी व्याप्त है ग्रामीणों का कहना है कि पहाड़ पर हजारों की संख्या में हरे- भरे पड़े लगे हुए है जिनको नष्ट किए जाने से गांव व आसपास क्षेत्र में प्रदूषण फैलेगा।