सिंगरौली जिले के सरई थाना क्षेत्र में हुए पुष्पेन्द्र शाह हत्याकांड को लेकर पीड़ित परिजनों ने थाना गेट पर धरना दिया। परिवार का आरोप है कि पुलिस की लापरवाही से आरोपियों के हौसले बुलंद हैं और उन्हें जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद परिवार को सुरक्षा और सात दिन में गिरफ्तारी का आश्वासन दिया गया।
By: Yogesh Patel
Sep 07, 2025just now
हाइलाइट्स
सिंगरौली, स्टार समाचार वेब
सरई थाना क्षेत्र के गोरा गांव निवासी युवक की हत्या के मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर परिजन बीते शुक्रवार सुबह से थाना गेट पर धरने पर बैठे थे। दूसरे दिन शनिवार की शाम धरनास्थल पर देवसर एसडीएम व एसडीओपी सहित सीएसपी व चितरंगी एसडीओपी पहुंचे। जहां परिजनों ने पुलिस व प्रशासन से आरोपियों की गिरफ्तारी करने व खुद की जान को खतरा बताते सुरक्षा देने के संबंध मेें मांग पत्र सौंपा। जहां पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए सात दिन की मोहलत मांगी और परिजनों की सुरक्षा के लिए छह पुलिसकर्मियों को शिफ्ट में परिजनों के घर ड्यूटी करने का आश्वासन दिया। इसके बाद परिजनों ने धरना को समाप्त किया है। जानकारी के मुताबिक गोरा निवासी पुष्पेन्द्र शाह की हत्या प्रेम प्रसंग में होने का परिजनों ने आशंका जताई है। परिजनों ने बताया कि इस मामले में पुलिस सुस्त पड़ गई थी। जिससे आरोपियों के हौसले बुलंद हो गए हैं और उनकी ओर से पीड़ित परिवार को अभी तक धमकी दी जा रही थी। जिससे डरे सहमें पीड़ित परिजन थाना गेट पर नर कंकाल रखकर बीते शुक्रवार की सुबह धरने पर बैठ गए थे। हालांकि मामला संवेदनशील होने के कारण पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों ने इसे गंभीरता से लिया है। वहीं परिजनों की ओर से रखी गई मांग को पूरा करने का आश्वासन देकर धरने को समाप्त कराया गया है। अब सरई पुलिस को सात के अंदर पुष्पेन्द्र की हत्या करने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी कर उन्हें जेल भेजना है। पुलिस मामले की तफ्तीश में जुट गई है।
यह था पूरा मामला
थाना क्षेत्र के गोरा गांव निवासी पुष्पेन्द्र शाह बीते सात जुलाई की रात घर से करीब सौ मीटर दूरी पर पाही वाले घर सोने गया था। दूसरे दिन युवक वहां से लापता था। बौखलाए परिजनों ने सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने सर्चिंग शुरू की तो पाही वाले घर से करीब दो सौ मीटर दूरी पर युवक का चप्पल और मोबाइल बरामद हो गया था। मगर युवक का कोई सुराग नहीं मिला। बल्कि ृ19 जुलाई को रेत में दबा हुआ युवक का कंकाल मिला। पुलिस ने फॉरेंसिक जांच के लिए रीवा भेजा तो डीएनए की पुष्टि हो गई। फिर भी पुलिस इस गंभीर मामले में लापरवाही बरत रही थी। पीड़ित परिवार के धरना के बाद पुलिस की नींद टूटी और अब आरोपियों को गिरफ्तार करने की आश्वासन दी है।