अगस्त 2025 में भारत की खुदरा मुद्रास्फीति 2.07% पर पहुंच गई, जो जुलाई के 1.61% से अधिक है। सब्जियों, मांस और मछली की कीमतों में वृद्धि को इसका मुख्य कारण माना जा रहा है। RBI के 4% मुद्रास्फीति लक्ष्य पर क्या होगा इसका असर, जानें।
By: Ajay Tiwari
Sep 12, 20255:18 PM
नई दिल्ली स्टार समाचार
अगस्त 2025 में खुदरा मुद्रास्फीति मामूली बढ़कर 2.07 प्रतिशत पर पहुंच गई है, जबकि जुलाई में यह 1.61 प्रतिशत थी। नौ महीने तक लगातार गिरावट के बाद, खुदरा महंगाई में यह बढ़ोतरी एक महत्वपूर्ण बदलाव है।
मुद्रास्फीति बढ़ने की वजह
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, इस वृद्धि का मुख्य कारण कुछ खास वस्तुओं की कीमतों में आया उछाल है। इनमें सब्जियां, मांस और मछली, तेल और वसा, व्यक्तिगत देखभाल उत्पाद और अंडे शामिल हैं। इन सभी चीजों की कीमतों में बढ़ोतरी ने हेडलाइन और खाद्य मुद्रास्फीति दोनों को प्रभावित किया है।
सरकार का लक्ष्य और पिछला प्रदर्शन
सरकार ने भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) को मुद्रास्फीति को 4 प्रतिशत पर बनाए रखने का निर्देश दिया है, जिसमें 2 प्रतिशत का उतार-चढ़ाव हो सकता है। तुलना के लिए, पिछले वर्ष यानी अगस्त 2024 में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) पर आधारित मुद्रास्फीति 3.65 प्रतिशत थी। इस हिसाब से, अगस्त 2025 में वार्षिक मुद्रास्फीति अगस्त 2024 की तुलना में (-) 0.69 प्रतिशत कम है।