नागौद नगर पंचायत में कांग्रेस के दो पार्षदों अनीता ध्रुव व्यास और किरण वर्मन के भाजपा में शामिल होने से राजनीतिक समीकरण बदल गए हैं। अब भाजपा के पास 8 महिला पार्षदों का बहुमत है। पूर्व प्रतिद्वंदी अब मिलकर नगर विकास की जिम्मेदारी संभालेंगे। राजनीति में तेजी से बदला समीकरण।
By: Yogesh Patel
हाइलाइट्स
सतना, स्टार समाचार वेब
नागौद नगर पंचायत में सियासी उठापटक का दौर जारी है। बीते दिनों इंजीनियर के खिलाफ पीआईयूसी के सदस्यों द्वारा मोर्चा खोलने के मामले मे चर्चा में आई नागौद नगर पंचायत मंगलवार को राजनीतिक गलियारों में तब सुर्खियों में आ गई जब कांग्रेस के दो पार्षदों ने कांग्रेस का दामन छोड़कर भाजपा का हाथ थाम लिया। भाजपा में शामिल होने का ऐलान पूर्व विधायक यादवेंद्र सिंह एवं नगर परिषद अध्यक्ष प्रतिभा सिंह के नेतृत्व में किया गया है। मंगलवार को घटे एक नाटकीय घटनाक्रम मेंं वार्ड क्रमांक 10 की पार्षद अनीता ध्रुव व्यास एवं वार्ड क्रमांक 2 के पार्षद किरण बर्मन ने वार्ड विकास का हवाला देते हुए कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता ग्रहण की। सदस्यता ग्रहण करने के दौरान पूर्व विधायक यादवेंद्र सिंह व नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिभा सिंह भी मौजूद रहीं। इन दो पार्षदों के भाजपा में आने से नगर पंचायत में अल्पमत में रही भाजपा को और ताकत मिलेगी ।
भाजपा में नारी शक्ति, अब सभी 8 पार्षद महिलएं
दो पार्षदों के भाजपा में जाने के बाद नगर पंचायत नागौद की दिलचस्प तस्वीर सामने आ रही है। नगर पंचायत नागौद में अब भाजपा पार्षदों की संख्या 8 हो गई है । दिलचस्प बात यह है कि आठों पार्षद महिलएं हैं जो नगर पंचायत में भाजपा की महिला शक्ति का प्रतीक बनकर उभरी है। गौरतलब है कि चुनाव के दौरान कामाक्षा कुमारी , श्यामा सिंह, बबीता जैसवाल, हेमंत कुमारी व संध्या वर्मा भाजपा की पार्षद थीं जबकि कांग्रेस पार्षदों के समर्थन से अध्यक्ष बनीं प्रतिभा सिंह के भाजपा में आने से भाजपा पार्षदों की संख्या बढ़कर 6 हो गई थी जबकि मंगलवार को अनीता व किरण वर्मा के आने से अब भाजपा की महिला पार्षदों की संख्या 8 पहुंच गई है। माना जा रहा है कि अब नगर पंचायत में भाजपा का पूर्ण बहुमत होने के बाद अब विपक्ष के मजबूत होने की बहाने बाजी नहीं चलेगी और नगर के विकास कार्यों को गति मिलेगी ।
अध्यक्षी के चुनाव में आमने-सामने, अब करना होगा सहयोग
नगर पंचायत नागौद की अध्यक्षी के चुनाव के दौरान कामाक्षा सिंह और प्रतिभा सिंह आमने-सामने थीं। उस दौरान 6 पार्षदों वाली कांग्रेस से प्रतिभा सिंह ने अध्यक्षी का चुनावी किला 5 पार्षदों वाली भाजपा की कामाक्षा सिंह से लड़ाया था। बहुमत दोनो के पास नहीं था लेकिन उस दौरान प्रतिभा सिंह खेमे की बेहतर रणनीति ने उन्हें अध्यक्ष पद तक पहुंचा दिया था और उन्होने कामाक्षा सिंह को मिले 7 मतों के विरूद्ध 8 मत हासिल कर अध्यक्षी पा ली थी। अब जब भाजपा के ही 8 पार्षद हो गए हैं तब अध्यक्ष पद भाजपा के पास महपॅुज हो गया है। इसे राजनीति का बदलता रंग ही कहा जाएगा कि जो अध्यक्ष पद में आमने-सामने थे , उन्हें अब एक दूसरे का सहयोग करते हुए नगर पंचायत के काम काज को आगे बढ़ाना होगा।
पूर्व जिपं सदस्य ने जमाई फील्डिंग मिली अध्यक्षी को मजबूती
बताया जाता है कि भाजपा में जाने के बाद पार्टी का जनाधार बढ़ाने की कवायद पूर्व जिपं सदस्य यतेंद्र सिंह द्वारा की जा रही थी, जिसका नतीजा मंगलवार को देखने को मिला। गौरतलब है कि नगर पंचायत अध्यक्ष बनने के दौरान कांग्रेस के 6 पार्षद राहुल सोनी, प्रतिभा सिंह, बाबूलाल चुटहेल, रामदास वर्मा , चंद्रप्रभा मिश्रा व अनीता ध्रुव ब्यास थे जबकि भाजपा की कामाक्षा कुमारी, श्यामा सिंह, बबीता जैसवाल, प्रजापति समेत 5 पार्षद थे। बसपा से 1 पार्षद मुख्तयार अहमद पप्पू को जीत मिली थी जबकि मोहम्मद सोहराब , प्रतीक्षा सिंह व पुष्पा सोनी ने निर्दलीय चुनाव जीता था। अध्यक्ष निर्वाचन के दौरान कांग्रेस पार्षदों के समर्थन से ही प्रतिभा सिंह अध्यक्ष चुनी गर्इं थीं लेकिन बाद में नागौद क्षेत्र के सियासी घटनाक्रम तेजी से बदले और पूर्व विधायक यादवेंद्र सिंह बसपा में चले गए तत्पश्चात उन्होने भाजपा ज्वाइन कर ली। हालंकि इन बदले घटनाक्रमों का नगर पंचायत की अध्यक्षी पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा और प्रतिभा सिंह अध्यक्ष बनी रहीं । दिलचस्प बात यह रही कि भाजपा में जाने के बाद भी कांग्रेस पार्षदों का समर्थन उन्हें जारी रहा और उनकी अध्यक्षी बरकरार रही। अब जब दो और पार्षद भाजपा में चले गए हैं तो इससे नगर पंचायत अध्यक्ष को मजबूती मिली है। बताया जाता है कि पार्षदों को भाजपा में लाने की फील्डिंग पूर्व जिपं सदस्य व भाजपा नेता यतेंद्र सिंह ने जमाई जिससे नंगर पंचायत में अध्यक्षी की कुर्सी और मजबूत हो गई है।