रीवा में सायबर फ्रॉड का शिकार हुए एक बुजुर्ग द्वारा आत्महत्या करने के मामले में पुलिस ने राजस्थान से तीन जालसाजों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने पुराने नोटों के बदले लाखों देने का झांसा देकर 37 हजार की ठगी की थी। पूछताछ में आधा दर्जन से ज्यादा घटनाएं उजागर हुई हैं।
By: Star News
Jul 11, 202523 minutes ago
रीवा, स्टार समाचार वेब
सायबर फ्रॉड करने वाले अंर्तराज्यीय गिरोह के तीन सदस्यों को रीवा पुलिस ने राजस्थान से गिरफ्तार किया है। इन जालसाजों ने पांच दिन पूर्व शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र के अखाड़ घाट में रहने वाले एक बुजुर्ग को ब्लैकमेल कर आत्महत्या करने के लिये मजबूर किया था। जालसाजों को न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया गया है, जिनसे घटना के संबंध में विस्तृत पूछताछ की जा रही है।
पुलिस ने बताया कि 4 जुलाई को कोतवाली थाना अंतर्गत सरोज दुबे निवासी अखाड़ घाट ने अपनी लाइसेंसी 12 बोर की बंदूक से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर लिया था। घटना के बाद पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर जांच शुरू किया। इस दौरान परिजनों ने बताया कि बुजुर्ग सायबर जालसाजों के चंगुल में फंसे हुये थे और काफी परेशान थे। ऐसे में पुलिस ने जांच का दायरा बढ़ाया और बुजुर्ग के मोबाइल को सायबर सेल की मदद से खंगाला। इस दौरान पता चला कि बुजुर्ग वास्तव में सायबर ठगों के चक्रव्यूह में फंसे हुये हैं। जालसाज राजस्थान के खैरथल जिले के किशनगढ़ बास थाना अंतर्गत घोड़ा के निवासी हैं। ऐसे में पुलिस टीम को राजस्थान रवाना किया गया। टीम ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से उक्त जालसाजी की घटना को अंजाम देने वाले आरोपी जुबेर खान पुत्र हसन खान समेत उसके भाई यासीन मोहम्मद और शब्बीर खान को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद बीती रात आरोपियों को रीवा लाया गया, यहां न्यायालय में पेश कर रिमांड लेकर पूछताछ की जा रही है।
ऐसे जाल में फंसे थे बुजुर्ग
पुलिस की जांच में सामने आया कि बुजुर्ग फेसबुक में एक रील देखे थे। जिसमें पुरानी नोट सिक्कों के बदले 50 लाख रुपये तक देने का दावा किया गया था। ऐसे में बुजुर्ग ने उक्त दिये गये नंबर पर संपर्क किया और जालसाजों के जाल में फंस गये। बुजुर्ग ने ना सिर्फ जालसाजों को पुराने सिक्के व नोट भेजे, बल्कि उनके कहने पर अलग-अलग खातों में 37 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिये। इसके बाद जालसाज उन्हें पुलिस में फंसाने की धमकी देने लगे। इससे बचने के लिये रुपयों की और डिमांड करने लगे। जिससे परेशान होकर बुजुर्ग ने 4 जुलाई को आत्महत्या कर लिया।
इन धाराओं के तहत दर्ज हुआ मामला
पुलिस ने बताया कि इस मामले में आरोपियों के खिलाफ अपराध क्रमांक 392/2025 धारा 318(4), 108 बीएनएस एवं 66 (सी), 66 (डी) आईटी एक्ट के तहत अपराध दर्ज किया है। इस मामले में अब तक तीन सगे भाईयों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि एक अन्य की तलाश की जा रही है। फिलहाल गिरफ्तार आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। अभी तक की पूछताछ में आधा दर्जन से अधिक घटनाओं को जालसाज कबूल चुके हैं। जिनके संबंध में पुलिस जानकारी जुटा रही है।
आरोपियों के गांव में घिर गई थी पुलिस टीम
पुलिस ने बताया कि राजस्थान का किशनगढ़ बास थाना क्षेत्र का घोड़ा गांव सायबर फ्रॉड का गढ़ है। ऐसे में पुलिस को जब जानकारी हुई तो वह अलवर पहुंची और स्थानीय पुलिस से संपर्क कर घटना से अवगत कराया। इसके बाद पुलिस दो दिन तक उक्त गांव में सादे कपड़े में निगरानी की। जब आरोपियों की पूरी लोकेशन ट्रेस हो गई तो उन्हें घेराबंदी कर पकड़ लिया। लेकिन इस दौरान आरोपियों के परिजन समेत ग्रामीणों ने पुलिस टीम को घेर लिया था, लेकिन राजस्थान पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद स्थिति पर काबू पाया। लिहाजा रीवा पुलिस आरोपियों को पकड़ कर रीवा ला पाई।
कोतवाली थाना क्षेत्र में बुजुर्ग ने सायबर फ्रॉड के चंगुल में फंस कर आत्महत्या कर लिया था। इस मामले में पुलिस ने राजस्थान से तीन जालसाजों को गिरफ्तार किया है। जिनसे गहन पूछताछ की जा रही है। आरोपियों ने कई घटनाओं को अंजाम देना कबूला है।
विवेक सिंह, एसपी रीवा