सतना जिले के 12 निजी स्कूलों को डीईओ ने 3 दिन में जुर्माना राशि जमा करने का अंतिम अल्टीमेटम दिया है। आदेश की अवहेलना पर सीबीएसई को रिपोर्ट भेजी जाएगी।
By: Yogesh Patel
Jul 16, 20257 hours ago
सतना, स्टार समाचार वेब
सतना जिले की 12 निजी स्कूल संचालकों को जिला शिक्षा अधिकारी ने पत्र लिखकर जुर्माना राशि जमा करने का अल्टीमेटम दिया है। तीन दिन में पेनाल्टी जमा करने के निर्देश दिए गए हैं। ऐसा न करने पर विभाग व प्र्रशासन के आदेश की अवहेलना संस्था द्वारा करने एवं अनापत्ति प्रमाण -पत्र वापस किए जाने के संबंध में अनुशंसा प्रतिवेदन केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को भेजा जाएगा जिसके लिए निजी स्कूल प्रबंधन खुद जिम्मेदार होंगे। जिला शिक्षा अधिकारी विष्णु त्रिपाठी ने मंगलवार को 12 प्राइवेट स्कूल संचालको को पत्र लिखकर कर जुर्माना राशि जमा करने के निर्देश दिए है।
17 स्कूल संचालकों पर हो चुका जुर्माना
बताया गया कि निजी स्कूलों ने शैक्षणिक सत्र शुरू होते ही यूनीफार्म एवं अन्य शैक्षणिक सामग्री पर कमीशनखोरी का सिस्टम शुरू कर दिया था। केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा निजी प्राथमिक, हाई व हायर सेकेंड्री स्कूलों में एनसीआरटी की बुकों को तवज्जों न देते हुए निजी प्रकाशकों की किताबों को चलाना व अभिभावकों पर उनकी खरीदी का अनुचित दबाव बनाने का खेल शुरू किया। इस मामले में 21 मई को कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस ने सतना जिले की 17 निजी स्कूलों पर 36 लाख की पेनाल्टी लगाई थी। बताया गया कि 5 स्कूल संचालकों ने तो जुर्माना राशि जमा कर दी थी लेकिन 12 स्कूल निजी स्कूल प्रबंधनों ने आज तक जुर्माना राशि नहीं भरी। कलेक्टर के निर्देश पर जिला शिक्षा अधिकारी ने पेनाल्टी जमा करने स्कूल संचालकों पत्र लिखा है।
इन स्कूलों पर पेनाल्टी
माउंट लिटेरा जी स्कूल, ब्लूम्स एकेडमी, द् विट्स स्कूल, चाणक्य पब्लिक, क्राइस्ट ज्योति सीनियर सेकेंड्री, बोनान्जा कान्वेंट, देलही पब्लिक स्कूल,डी पॉल स्कूल माधवगढ़, सीएमए स्कूल, प्रिज्म स्कूल मनकहरी, सदगुरु पब्लिक स्कूल चित्रकूट एवं गुरुकुल विद्यापीठ टिकुरियाटोला शामिल है। बताया गया कि गुरुकुल विद्यापीठ टिकुरियाटोला पर 4 लाख की पेनाल्टी लगी थी, जबकि बाकी स्कूल प्रबंधनों पर 2-2 लाख की।