आतंकियों के खात्मे के लिए भारतीय सेना पहले ऑपरेशन सिंदूर फिर ऑपरेशन महादेव और अब ऑपरेशन शिवशक्ति छेड़ दिया है। पुंछ सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास संदिग्ध गतिविधि देखने के बाद ऑपरेशन शिवशक्ति शुरू किया है। सेना की व्हाइट नाइट कोर ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा-घुसपैठ करने की एक और कोशिश को नाकाम कर दिया गया है।
By: Arvind Mishra
श्रीनगर। स्टार समाचार वेब
आतंकियों के खात्मे के लिए भारतीय सेना पहले ऑपरेशन सिंदूर फिर ऑपरेशन महादेव और अब ऑपरेशन शिवशक्ति छेड़ दिया है। पुंछ सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास संदिग्ध गतिविधि देखने के बाद ऑपरेशन शिवशक्ति शुरू किया है। सेना की व्हाइट नाइट कोर ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा-घुसपैठ करने की एक और कोशिश को नाकाम कर दिया गया है। भारतीय सेना के सतर्क जवानों ने नियंत्रण रेखा के पार घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे दो आतंकवादियों को मार गिराया। सुरक्षा बलों की ओर से की गई त्वरित कार्रवाई और लगातार गोलाबारी ने उनके नापाक मंसूबों को नाकाम कर दिया। मौके से तीन हथियार भी बरामद किए गए हैं। दरअसल, जम्मू-कश्मीर के पुंछ में लाइन आफ कंट्रोल के पास घुसपैठ की कोशिश कर रहे दो आतंकियों को सेना ने मार गिराया। सीमा पर तैनात जवानों ने मंगलवार देर रात देगवार सेक्टर के मालदीवलन इलाके में संदिग्ध गतिविधि देखी। जिसके बाद एनकाउंटर शुरू हुआ। इस ऑपरेशन को शिवशक्ति नाम दिया गया।
पिछले तीन दिनों में सेना का यह दूसरा एनकाउंटर है। 28 जुलाई को श्रीनगर के दाचीगाम नेशनल पार्क के पास हरवान इलाके में सुरक्षाबलों तीन पाकिस्तानी आतंकवादियों को ढेर किया था। इनमें पहलगाम हमले का मुख्य आरोपी सुलेमान भी शामिल था। बाकी दो आतंकियों की पहचान जिबरान और हमजा अफगानी के रूप में हुई है। जिबरान 2024 के सोनमर्ग सुरंग प्रोजेक्ट पर हुए हमले में शामिल था।
एक हफ्ते पहले सुरक्षाबलों को श्रीनगर के दाचीगाम जंगल में आतंकियों के छिपे होने की खुफिया जानकारी मिली थी। इन आतंकियों ने हमले के बाद पहली बार एक चाइनीज अल्ट्रा कम्युनिकेशन सेट को फिर से एक्टिवेट किया था। उसी सैटेलाइट फोन के सिग्नल ट्रैस हुए। इसके बाद सुरक्षाबलों ने आतंकियों का पता लगाने के लिए बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन चलाया। और वहां मौजूद तीनों आतंकियों को मार गिराया।