हर साल 12 जून को विश्व बाल श्रम दिवस मनाया जाता है। जानें कैसे गरीबी, शिक्षा की कमी और शोषण लाखों बच्चों
By: Star News
Jun 08, 20256:32 PM
स्टार समाचार वेब:
हर साल 12 जून को जब बाल श्रम के खिलाफ विश्व दिवस मनाया जाता है, तो यह सिर्फ एक तारीख नहीं रह जाती, बल्कि यह लाखों उन मासूम आँखों की ओर इशारा करती है, जिनमें बचपन के सपने नहीं, बल्कि काम का बोझ झलकता है। यह दिन हमें उस भयावह अभिशाप की याद दिलाता है, जो हमारे समाज के माथे पर एक गहरा दाग है – बाल श्रम। यह एक ऐसा दर्द है, जिसे मिटाना हम सबकी सामूहिक और नैतिक जिम्मेदारी है।
आज भी दुनिया के कोने-कोने में, करोड़ों बच्चे अपने बचपन, शिक्षा और भविष्य से वंचित होकर खतरनाक और शोषणकारी परिस्थितियों में अपनी जिंदगियां खपा रहे हैं। वे खेतों की धूल, कारखानों के धुएँ, खदानों के अंधेरे या सड़कों की ठिठुरन में खो जाते हैं। उन्हें कम मजदूरी मिलती है, शिक्षा का द्वार उनके लिए बंद कर दिया जाता है, और वे अक्सर शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक शोषण का शिकार होते हैं। यह उनके कोमल कंधों पर असहनीय बोझ है, जो उन्हें गरीबी के उस दुष्चक्र में धकेल देता है, जहाँ से बाहर निकलना लगभग असंभव हो जाता है।
बाल श्रम के कारण जटिल हैं, अक्सर गरीबी ही इसका मूल कारण होती है। जब एक परिवार भूख से जूझता है, तो माता-पिता मजबूरन अपने बच्चों को काम पर भेज देते हैं, भले ही उनका दिल रोता हो। शिक्षा तक पहुँच की कमी भी इस आग में घी का काम करती है, बच्चों को स्कूल से दूर कर श्रम की भट्टी में झोंक देती है। इस दर्द का असर दूरगामी होता है; यह न केवल बच्चों के वर्तमान को रौंदता है, बल्कि उनके भविष्य को भी अंधकारमय कर देता है। बिना शिक्षा के, उनके पास आगे बढ़ने का कोई मौका नहीं बचता, और वे जीवन भर गरीबी के साये में जीते हैं।
बाल श्रम को खत्म करना केवल सरकारों या बड़े संगठनों का काम नहीं है, बल्कि यह हर इंसान का कर्तव्य है, जो मानवीयता में विश्वास रखता है। हमें इस समस्या के प्रति जागरूक होना चाहिए और इसे खत्म करने के लिए अपने स्तर पर हर संभव प्रयास करना चाहिए।
संवेदना जगाएं: अपने आस-पास, अपने परिवार और दोस्तों में बाल श्रम के प्रति जागरूकता फैलाएं। हर बच्चे के बचपन के अधिकार को समझें और समझाएं।
शिक्षा का हाथ बढ़ाएं: सुनिश्चित करें कि कोई भी बच्चा स्कूल से वंचित न रहे। शिक्षा ही गरीबी से निकलने का सबसे बड़ा हथियार है।
गरीबी से लड़ें: उन प्रयासों का समर्थन करें जो गरीबी को कम करने के लिए काम कर रहे हैं, क्योंकि गरीबी ही बाल श्रम का सबसे बड़ा कारण है।
आवाज उठाएं: यदि आप कहीं भी किसी बच्चे को बाल श्रम करते हुए देखते हैं, तो बिना झिझक संबंधित अधिकारियों को इसकी सूचना दें। उनकी मदद करना हमारा फर्ज है।
सोच-समझकर खरीदें: उन उत्पादों और सेवाओं का बहिष्कार करें, जिनके उत्पादन में बाल श्रम का उपयोग किया गया हो।
समर्थन करें नीतियों का: बाल श्रम के खिलाफ बने कड़े कानूनों और नीतियों का समर्थन करें और उनके प्रभावी कार्यान्वयन की मांग करें।
इस 12 जून को, आइए हम सब मिलकर एक दृढ़ संकल्प लें। संकल्प कि हम अपने समाज से इस अभिशाप को जड़ से मिटाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। क्योंकि हर बच्चे को अपना बचपन जीने, सीखने और अपने सपनों को पूरा करने का अधिकार है। आइए, उनके लिए एक सुरक्षित और उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित करें, एक ऐसा भविष्य जहाँ हर "माँ" का बच्चा सम्मान के साथ जी सके।