2 नवंबर 2025 (रविवार) का विस्तृत हिन्दू पंचांग जानें। कार्तिक शुक्ल पक्ष, द्वादशी तिथि, तुलसी विवाह पर्व, शुभ-अशुभ मुहूर्त और एकादशी व्रत पारण का सही समय यहाँ देखें।
By: Ajay Tiwari
Nov 02, 20251:42 AM
स्टार समाचार वेब. धर्म डेस्क
02 नवंबर 2025 (रविवार) का दिन हिन्दू धर्म और पंचांग के अनुसार अत्यधिक महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह देवउठनी एकादशी व्रत का पारण (व्रत खोलने का समय) और तुलसी विवाह का मुख्य दिन है।
यह पंचांग नई दिल्ली, भारत के स्थानीय समय पर आधारित है।
तिथि:
एकादशी तिथि प्रातः 07:31 बजे तक रहेगी।
इसके उपरांत द्वादशी तिथि का आरंभ होगा, जो अगले दिन (03 नवंबर) प्रातः 05:07 बजे तक मान्य रहेगी।
यह दिन कार्तिक मास, शुक्ल पक्ष का है।
आज के प्रमुख पर्व/व्रत:
तुलसी विवाह (Tulsi Vivah): यह पर्व भगवान विष्णु के शालिग्राम रूप और देवी तुलसी के विवाह का प्रतीक है।
देवउठनी एकादशी पारण (Dev Uthani Ekadashi Parana): एकादशी व्रत का पारण द्वादशी तिथि में किया जाता है, जिसका शुभ समय इसी दिन रहेगा।
गौण देवउठनी एकादशी: वैष्णव परंपरा के अनुसार, कुछ लोग एकादशी का व्रत इस दिन भी रखते हैं।
सूर्योदय: प्रातः 06:34 बजे
सूर्यास्त: सायं 05:35 बजे
चन्द्र राशि:
चन्द्रमा दिन भर मीन राशि में संचार करेंगे।
(कुछ पंचांगों के अनुसार, चंद्रमा प्रातः 11:27 बजे तक कुंभ राशि में रहेंगे, उसके बाद मीन राशि में प्रवेश करेंगे।)
ऋतु और अयन:
ऋतु: शरद (शरद ऋतु)
अयन: दक्षिणायन
नक्षत्र:
पूर्व भाद्रपद नक्षत्र सायं 05:03 बजे तक रहेगा।
इसके उपरांत उत्तर भाद्रपद नक्षत्र आरंभ होगा।
योग:
व्याघात योग रात्रि 11:11 बजे तक रहेगा।
इसके उपरांत हर्षण योग आरंभ होगा।
करण:
विष्टि (भद्रा) करण प्रातः 07:31 बजे तक रहेगा।
इसके उपरांत बव करण सायं 06:24 बजे तक, फिर बालव करण रहेगा।
शुभ मुहूर्त (शुभ कार्य करने का अच्छा समय)
अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 11:43 बजे से दोपहर 12:27 बजे तक
अमृत काल: प्रातः 09:14 बजे से प्रातः 10:45 बजे तक
अशुभ मुहूर्त (शुभ कार्य करने से बचें)
राहुकाल: सायं 04:12 बजे से सायं 05:35 बजे तक (इस समय कोई भी शुभ कार्य करना वर्जित माना जाता है)
यमगण्ड: दोपहर 12:04 बजे से दोपहर 01:27 बजे तक
गुलिक काल: दोपहर 02:50 बजे से सायं 04:12 बजे तक
दुर्मुहूर्त: सायं 04:07 बजे से सायं 04:51 बजे तक
भद्रा: प्रातः 07:31 बजे तक (विष्टि करण के कारण)