झारखंड में सुरक्षाबलों का एंटी नक्सल आपरेशन जारी है। आए दिन नक्सलियों पर सुरक्षाबलों की बड़ी कार्रवाई देखने को मिल रही हैं। वहीं, एक बार फिर से हजारीबाग पुलिस की संयुक्त टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी है। दरअसल, हजारीबाग के गिरहोर थाना क्षेत्र स्थित पनतीतरी जंगल में सोमवार की सुबह सुरक्षा बलों से मुठभेड़ में एक करोड़ का इनामी नक्सली सहदेव सोरेन और अन्य दो नक्सली मारे गए।
By: Arvind Mishra
रांची। स्टार समाचार वेब
झारखंड में सुरक्षाबलों का एंटी नक्सल आपरेशन जारी है। आए दिन नक्सलियों पर सुरक्षाबलों की बड़ी कार्रवाई देखने को मिल रही हैं। वहीं, एक बार फिर से हजारीबाग पुलिस की संयुक्त टीम को बड़ी सफलता हाथ लगी है। दरअसल, हजारीबाग के गिरहोर थाना क्षेत्र स्थित पनतीतरी जंगल में सोमवार की सुबह सुरक्षा बलों से मुठभेड़ में एक करोड़ का इनामी नक्सली सहदेव सोरेन और अन्य दो नक्सली मारे गए। यह जंगल बोकारो व गिरिडीह के सीमावर्ती क्षेत्र में है। सहदेव सोरेन के मारे जाने के बाद अब झारखंड में एक करोड़ के इनामी नक्सलियों की संख्या तीन है। इनमें मिसिर बेसरा उर्फ भास्कर उर्फ सुर्निमल उर्फ सागर, असीम मंडल उर्फ आकाश उर्फ तिमिर तथा अनल उर्फ तूफान उर्फ पतिराम मांझी उर्फ पतिराम मरांडी उर्फ रमेश शामिल हैं। दरअसल, सोमवार की सुबह कोबरा और गिरिडीह तथा हजारीबाग पुलिस की संयुक्त टीम ने एक अभियान के दौरान जंगल में निकली थी। टीम को सूचना थी कि एक करोड़ का इनामी सहदेव सोरेन किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की तैयारी में है। इसी सूचना पर पहुंची टीम के साथ नक्सलियों की मुठभेड़ हो गई। इसके बाद सुरक्षा बलों ने जंगल में सर्च अभियान चलाया। सर्च अभियान में तीन शव बरामद हुए। उसमें एक की पहचान एक करोड़ के इनामी माओवादी सहदेव सोरेन के रूप में हुई है।
मुठभेड़ में मारे गए दूसरे नक्सली की पहचान रघुनाथ हेंब्रम उर्फ निर्भय उर्फ चंचल उर्फ बिरसेन के रूप में हुई है। वह नक्सलियों का स्पेशल एरिया कमेटी (सैक) सदस्य था। उस पर राज्य सरकार ने 25 लाख का इनाम घोषित किया था। रघुनाथ हेम्ब्रम गिरिडीह के डुमरी थाना क्षेत्र के जरीडीह का रहने वाला था। सुरक्षा बलों ने घटनास्थल से तीन एके-47 आटोमैटिक हथियार बरामद किए हैं।
पुलिस मुख्यालय ने घटना की पुष्टि करते हुए इसे बड़ी उपलब्धि बताया है। घटना की गंभीरता को देखते हुए हजारीबाग एसपी, गिरिडीह एसपी और अन्य वरीय अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। इलाके में सर्च आपरेशन जारी है। सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक नक्सलियों के खात्मे की दिशा में यह एक अहम सफलता मानी जा रही है।
छह महीने के भीतर यह दूसरी बड़ी मुठभेड़ है, जिसमें एक करोड़ का इनामी दूसरा नक्सली मरा गया है। इसके पहले सुरक्षा बलों ने 21 अप्रैल को बोकारो जिले में एक करोड़ के इनामी नक्सली विवेक उर्फ प्रयाग मांझी सहित आठ माओवादियों को मुठभेड़ में ढेर कर दिया था। वह मुठभेड़ बोकारो के ललपनिया स्थित लुगुबुरु पहाड़ी की तलहट्टी में हुई थी। छह महीने का भीतर सहदेव सोरेन भी मुठभेड़ में मारा गया है।