भोपाल के ईटखेड़ी में 78वां आलमी तबलीगी इज्तिमा शुरू हो गया है। 14 से 17 नवंबर तक चलने वाले इस अंतरराष्ट्रीय आयोजन में 19 देशों से 12 लाख लोगों के आने की संभावना है। दिल्ली धमाके के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था बेहद सख्त। पहले दिन मुफ्ती अजीज ने अल्लाह की कुदरत पर बयान दिया।
By: Ajay Tiwari
Nov 14, 20256:48 PM
भोपाल के पास ईटखेड़ी में शुक्रवार (14 नवंबर, 2025) को फज्र की नमाज के बाद 78वां आलमी तबलीगी इज्तिमा शुरू हो गया। चार दिनों तक (14 से 17 नवंबर) चलने वाला यह विशाल धार्मिक समागम है, जिसमें लगभग 12 लाख लोगों के शामिल होने की संभावना है।
इज्तिमा के पहले दिन मुफ्ती अज़ीज़ ने अल्लाह की कुदरत और उसके निजाम पर अपना बयान दिया। उन्होंने जोर देकर कहा कि अल्लाह बिना किसी नमूने या सहयोग के पूरी कायनात की तख्लीक करता है। मुफ्ती अज़ीज़ ने स्पष्ट किया कि अल्लाह ही असल मालिक और रज्जाक (रोजी देने वाला) है। उनके अनुसार, कायनात का हर जर्रा अल्लाह की क़ुदरत का मंजर है, और दरख़्त का एक पत्ता भी अल्लाह के हुक्म के बिना जमीन पर नहीं गिरता।
यह आयोजन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी छाप छोड़ता है; इंडोनेशिया, केन्या, मलेशिया, सऊदी अरब, ईरान और मोरक्को सहित 19 देशों के जायरीन (श्रद्धालु) पहले ही भोपाल पहुंच चुके हैं और उनका आना अभी भी जारी है।
इस वर्ष के इज्तिमा का प्रबंधन पिछले आयोजनों की तुलना में अधिक व्यवस्थित और वृहद है।
आयोजन क्षेत्र: पूरा आयोजन क्षेत्र लगभग 600 एकड़ में फैला हुआ है।
पंडाल और पार्किंग: मुख्य पंडाल 120 एकड़ में बनाया गया है, जबकि पार्किंग के लिए 350 एकड़ भूमि आवंटित की गई है।
राष्ट्रीय राजधानी में हुए विस्फोट की घटना के मद्देनजर भोपाल में इज्तिमा-स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था अत्यंत कड़ी कर दी गई है। यह आयोजन अंतरराष्ट्रीय स्तर का होने के कारण, आईजी अभय सिंह के मार्गदर्शन में सुरक्षा, यातायात और आपातकालीन सेवाओं के लिए सभी प्रमुख एजेंसियां मिलकर काम कर रही हैं।
रेलवे स्टेशन पर सख्त निगरानी:
भोपाल रेलवे स्टेशन और उसके आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। जीआरपी ने पहली बार रेंडम BD & DS (बम डिटेक्शन एंड डिस्पोजल स्क्वॉड) चेकिंग शुरू की है।
प्लेटफॉर्म, पार्किंग और मालखानों में रोजाना दो बार सघन तलाशी ली जा रही है।
प्रवेश और निकास द्वारों पर HHMD (हैंड हेल्ड मेटल डिटेक्टर) और DFMD (डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर) लगाए गए हैं।
जीआरपी एसपी राहुल लोढ़ा के अनुसार, किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर त्वरित कार्रवाई के लिए इज्तिमा के दौरान रोजाना दो बार अलग-अलग जगहों पर रेंडम चेकिंग जारी रहेगी।
इज्तिमा के दौरान हर दिन चार तकरीरें होंगी, जिनका समय फज्र, जोहर, असर और मगरिब की नमाज के बाद तय किया गया है। कमेटी सदस्य डॉ. उमर हफीज़ ने बताया कि ये तकरीरें निर्धारित समय पर होंगी ताकि श्रद्धालु सीधे उनसे जुड़ सकें।
इन तकरीरों में दीनी संदेश, सामाजिक सुधार और उम्मत की बेहतरी से जुड़े विषयों पर बातें रखी जाती हैं। वक्ताओं के नाम पहले से घोषित नहीं किए जाते हैं।