अलकायदा टेरर मॉडयूल केस में गुजरात एटीएस को बड़ी कामयाबी मिली है। गुजरात एटीएस ने बेंगलुरु से अलकायदा टेरर मॉड्यूल की महिला आतंकी को गिरफ्तार किया है। शमा परवीन अल कायदा का पूरा मॉड्यूल चला रही थी। इस महिला आतंकी को गुजरात एटीएस ने कर्नाटक से गिरफ्तार किया है।
By: Arvind Mishra
Jul 30, 202516 hours ago
नई दिल्ली। स्टार समाचार वेब
अलकायदा टेरर मॉडयूल केस में गुजरात एटीएस को बड़ी कामयाबी मिली है। गुजरात एटीएस ने बेंगलुरु से अलकायदा टेरर मॉड्यूल की महिला आतंकी को गिरफ्तार किया है। शमा परवीन अल कायदा का पूरा मॉड्यूल चला रही थी। इस महिला आतंकी को गुजरात एटीएस ने कर्नाटक से गिरफ्तार किया है। 30 साल की शमा परवीन अलकायदा की मुख्य महिला आतंकी है। गिरफ्तार महिला आतंकी शमा परवीन झारखंड मूल की है, लेकिन फिलहाल बेंगलुरु में रह रही थी। दरअसल, आॅपरेशन सिंदूर के बाद सभी सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। देश की अलग-अलग जगहों पर आॅपरेट कर रहे आतंकी संगठनों से जुड़े एजेंट्स पर तेजी से शिकंजा कसा जा रहा है। तीन आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को एक और बड़ी कामयाबी मिली है। गुजरात एटीएस ने बेंगलुरु से एक महिला को गिरफ्तार किया है, जिसका संबंध खूंखार आतंकी संगठन अल कायदा से बताया जा रहा है।
गुजरात एटीएस के डीआईजी सुनील जोशी ने इसकी जानकारी दी है। उनके अनुसार, शमा परवीन भारत में अल कायदा की मास्टरमाइंड थी। वो बेंगलुरु से आपरेट कर रही थी। पिछले हफ्ते पुलिस ने अल कायदा के ही तीन आतंकियों को पकड़ा था। उनसे पूछताछ के दौरान पुलिस को शमा परवीन के बारे में पता चला और पुलिस ने बेंगलुरु में ही उसे धर दबोचा।
गुजरात एटीएस की पूछताछ में शमा ने देश के खिलाफ साजिश रचने की बात कबूल की है। शमा ने माना है कि वो सोशल मीडिया पर जिहादी कंटेंट फैलाकर लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रही थी। पुलिस को शमा के पास डिजिटल डेटा के रूप में बड़े सबूत भी हाथ लगे हैं।
गुजरात एटीएस ने 21-22 जुलाई को अल कायदा के 4 आतंकियों को गिरफ्तार किया था। इस दौरान पुलिस को इनके पास से कई चीजें भी बरामद हुईं, जिससे यह सभी देश में जिहाद फैलाने की कोशिश कर रहे थे। इन्हें पुलिस ने अहमदाबाद, मोडासा, चांदनी चौक और नोएडा से पकड़ा था। आतंकियों का नाम फार्दीन शेख, सैफुल्ला कुरैशी, जाशीन अली और मोहम्मद फाईक है।
चारों आतंकियों से पूछताछ के दौरान पुलिस को इनके सोशल मीडिया अकाउंट्स पकड़े। चारों आतंकी सोशल मीडिया पर भड़काऊ भाषण, जिहादी कंटेंट और काफिरों के खिलाफ हिंसा जैसे कंटेंट शेयर करते थे। यह सारा कंटेंट ज्यादातर 5 इंस्टाग्राम अकाउंट्स से शेयर किए जाते थे। इन अकाउंट्स के जरिए यह आतंकी पाकिस्तान के भी संपर्क में थे।