राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार सुबह हरियाणा के अंबाला एयरफोर्स स्टेशन से राफेल फाइटर जेट में उड़ान भर कर इतिहास रच दिया है। वह फाइटर प्लेट सूट पहनकर राफेल में बैठीं और जाते हुए हाथ हिलाकर अभिवादन किया।
By: Arvind Mishra
Oct 29, 202511:47 AM
चंडीगढ़। स्टार समाचार वेब
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार सुबह हरियाणा के अंबाला एयरफोर्स स्टेशन से राफेल फाइटर जेट में उड़ान भर कर इतिहास रच दिया है। वह फाइटर प्लेट सूट पहनकर राफेल में बैठीं और जाते हुए हाथ हिलाकर अभिवादन किया। इस दौरान एयर चीफ मार्शल एपी सिंह सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। ये उड़ान न केवल उनकी साहसिक नेतृत्व शैली का प्रतीक है, बल्कि भारत की बढ़ती रक्षा क्षमता और आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को भी दुनिया के सामने प्रदर्शित किया। इससे पहले 8 अप्रैल 2023 को राष्ट्रपति मुर्मू ने असम के तेजपुर एयरफोर्स स्टेशन से सुखोई-30 एमकेआई फाइटर विमान में उड़ान भरी थी। इसके साथ ही वह फाइटर जेट में उड़ान भरने वाली तीसरी राष्ट्रपति और दूसरी महिला राष्ट्राध्यक्ष बनीं थीं।

दरअसल, राष्ट्रपति बुधवार सुबह 9.15 बजे स्पेशल विमान से अंबाला पहुंची थीं। यहां एयरफोर्स स्टेशन पर एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने उनका स्वागत किया। साथ ही एयरफोर्स के जवानों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इसके बाद राष्ट्रपति ने जिप्सी में खड़े होकर परेड का निरीक्षण किया। उन्होंने जवानों से मुलाकात कर एयरफोर्स स्टेशन की अलग-अलग यूनिट्स का निरीक्षण भी किया।
वर्ष 2009 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल ने बतौर राष्ट्रपति पुणे के लोहगांव एयरफोर्स बेस से सुखोई-30 एमकेआइ में उड़ान भरी थी। वह देश की पहली महिला राष्ट्रपति रहीं जिन्होंने लड़ाकू विमान में उड़ान भरी।
फ्रांसीसी एयरोस्पेस प्रमुख डसॉल्ट एविएशन द्वारा निर्मित राफेल फाइटर जेट को औपचारिक रूप से सितंबर 2020 में अंबाला एयर फोर्स स्टेशन पर भारतीय वायु सेना में शामिल किया गया था। फ्रांस से 27 जुलाई, 2020 को आए पहले पांच राफेल विमानों को 17 स्क्वाड्रन, गोल्डन एरोज में शामिल किया गया था।
यह जेट वायुसेना की ताकत का एक अहम हिस्सा है। राफेल जेट का इस्तेमाल आपरेशन सिंदूर में किया गया था, जिसे 7 मई को पाकिस्तान नियंत्रित क्षेत्रों में कई आतंकी बुनियादी ढांचों को नष्ट कर दिया था। इस आॅपरेशन में राफेल ने अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन किया था।