नक्सलवाद को खत्म करने के लिए चलाए जा रहे मिशन-2026 को लेकर बालाघाट पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। कान्हा भोरमदेव डिवीजन (केबी) के 10 नक्सलियों ने देर रात बालाघाट पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। मध्य प्रदेश के इतिहास में यह सबसे बड़ा नक्सली आत्मसमर्पण है।
By: Arvind Mishra
Dec 07, 202510:25 AM
बालाघाट। स्टार समाचार वेब
नक्सलवाद को खत्म करने के लिए चलाए जा रहे मिशन-2026 को लेकर बालाघाट पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। कान्हा भोरमदेव डिवीजन (केबी) के 10 नक्सलियों ने देर रात बालाघाट पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। मध्य प्रदेश के इतिहास में यह सबसे बड़ा नक्सली आत्मसमर्पण है। बालाघाट रेंज के आईजी संजय कुमार ने पुष्टि करते हुए बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले सभी नक्सली कान्हा भोरमदेव डिवीजन के हैं। आज पुलिस लाइन में आयोजित होने वाले विशेष कार्यक्रम में सीएम डॉ. मोहन यादव के समक्ष नक्सली सरेंडर करेंगे।

कई नक्सली वारदातों में शामिल रहा कबीर
सरेंडर करने वाले नक्सलियों में कान्हा भोरमदेव डिवीजन का मुखिया कबीर भी शामिल है। आईजी ने बताया कि उस पर तीनों राज्यों (मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र) में 77 लाख रुपए का इनाम है। 10 नक्सलियों में चार महिला और छह पुरुष नक्सली हैं, जिन्हें देर रात बालाघाट आईजी के निवास स्थान लाया गया। कबीर बालाघाट सहित छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में हुईं कई नक्सली वारदातों में शामिल रहा है।
11 नक्सलियों ने गोंदिया में किया था सरेंडर
गौरतलब है कि एक नवंबर को छत्तीसगढ़ की सुनीता ने बालाघाट की किन्ही चौकी में आत्मसमर्पण किया था। एक महीने बाद अब बड़ी संख्या में नक्सलियों ने हथियार डालने का फैसला किया है। इससे पहले 28 नवंबर को बालाघाट में सक्रिय दर्रेकसा दलम के 11 नक्सलियों ने महाराष्ट्र के गोंदिया में हथियार डाले थे। इसमें बालाघाट के राशीमेटा की संगीता भी है, जिस पर 14 लाख का इनाम था। दर्रेकसा दलम के ये वही नक्सली हैं, जिनसे 19 नवंबर को छत्तीसगढ़ सीमा पर हुई मुठभेड़ में हाकफोर्स के निरीक्षक आशीष शर्मा बलिदान हुए थे।