साउथ अफ्रीका के क्वाजुलु-नटाल प्रांत में निर्माणाधीन चार मंजिला हिंदू मंदिर धराशायी हो गया। इस हादसे में चार लोगों की मौत हो गई। मृतकों में 52 साल के भारतीय मूल का नागरिक भी शामिल है। दावा किया जा रहा है कि मलबे में कितने मजदूर दबे हुए हैं इसकी सही संख्या अभी पता नहीं चल सकी है। अभी तक चार लोगों के शव बचावकर्मियों को मिले हैं।
By: Arvind Mishra
Dec 14, 202511:34 AM
नई दिल्ली। स्टार समाचार वेब
साउथ अफ्रीका के क्वाजुलु-नटाल प्रांत में निर्माणाधीन चार मंजिला हिंदू मंदिर धराशायी हो गया। इस हादसे में चार लोगों की मौत हो गई। मृतकों में 52 साल के भारतीय मूल का नागरिक भी शामिल है। दरअसल, ईथेक्विनी के उत्तर में रेडक्लिफ में एक खड़ी पहाड़ी पर बने न्यू अहोबिलम टेम्पल आफ प्रोटेक्शन का विस्तार किया जा रहा था, इसी दौरान इमारत का हिस्सा ढह गया। दावा किया जा रहा है कि मलबे में कितने मजदूर दबे हुए हैं इसकी सही संख्या अभी पता नहीं चल सकी है। अभी तक चार लोगों के शव बचावकर्मियों को मिले हैं। खराब मौसम के कारण राहत एवं बचाव कार्य रोक दी गई है।
भारतीय मूल के व्यक्ति की भी हुई मौत
स्थानीय मीडिया ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि चार मृतकों में से एक की पहचान विक्की जयराज पांडे के रूप में हुई है, जो मंदिर ट्रस्ट के एग्जीक्यूटिव सदस्य और कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट के मैनेजर थे। मृतक विक्की जयराज पांडे दो साल पहले मंदिर बनने के बाद से ही इसके डेवलपमेंट में शामिल थे। मंदिर से जुड़ी चैरिटी संस्था, फूड फॉर लव के डायरेक्टर सनवीर महाराज ने भी कन्फर्म किया कि पांडे मरने वालों में से थे।
गुफा की तरह डिजाइन किया मंदिर
मंदिर को एक गुफा के तरह डिजाइन किया गया है। जिसमें भारत से लाए गए पत्थरों का इस्तेमाल किया गया था। इसे बनाने वाले परिवार ने दावा किया था कि इसमें दुनिया के सबसे बड़े देवताओं में से एक भगवान नृसिंहदेव की मूर्ति होगी। वहीं, ईथेक्विनी नगरपालिका ने एक आधिकारिक बयान में बताया कि इस प्रोजेक्ट के लिए किसी भी बिल्डिंग प्लान को मंजूरी नहीं दी गई थी, जिससे पता चल रहा है कि यह निर्माण गैरकानूनी था।