रेलवे ने तत्काल टिकट में फर्जीवाड़ा रोकने के लिए 15 जुलाई से आधार OTP अनिवार्य किया था, लेकिन अब तक यह सिस्टम लागू नहीं हो सका है। सॉफ़्टवेयर अपडेट न होने से यात्री अभी भी पुराने तरीके से टिकट बनवा रहे हैं।
By: Yogesh Patel
Jul 20, 2025just now
सतना, स्टार समाचार वेब
रेलवे काउंटर से तत्काल टिकट के लिए 15 जुलाई से लागू होने वाली आधार ओटीपी व्यवस्था अब तक लागू नहीं हो सकी है, नतीजतन भारी भरकम घोषणा के बाद भी पुराने सिस्टम से ही तत्काल टिकट बन रही है। बताया गया कि ‘क्रिश ’अपने सिस्टम को अपडेट नहीं कर पाया, जिसके कारण रेलवे आरक्षण कार्यालय के काउंटरों से तत्काल टिकट ओटीपी से नहीं बन पा रही हैं। उल्लेखनीय है कि 15 जुलाई से रेलवे ने नया सिस्टम आधार ओटीपी के बाद ही तत्काल टिकट बनाने का दावा किया था लेकिन ये सिस्टम अभी तक शुरू नहीं हो पाया। रिजर्वेशन कार्यालय के अधिकारियों के अनुसार कुछ दिनों से तत्काल काउंटर टिकट में बनने में पहले की अपेक्षा अधिक समय लग रहा है। टिकट बनाकर जब प्रिंट किया जाता है तो 30-35 सेंकड बाद टिकट प्रिंट होती है, तब तक सिस्टम में वेट प्रोसेसिंग लिखकर मैसेज आता है।
नए सिस्टम में फर्जीवाडेÞ पर नकेल
रेलवे ने तत्काल टिकट बुकिंग को लेकर जो नया नियम बनाया है उसमें तत्काल टिकट बुक करने के लिए आधार अनिवार्य किया गया है। आधार के आॅथेंटिकेशन के बिना तत्काल टिकट बुक नहीं होगी। रेलवे ने यह कदम तत्काल टिकट को लेकर हो रहे फर्जीवाडेÞ पर नकेल कसने के लिए उठाया है। अभी तक एजेंट एक बार में अधिकांश तत्काल टिकट बुक कर लेते थे, जिससे आम आदमी को जल्दी टिकट नहीं मिल पाती थी, उन्हें राहत देने के लिए नियम बनाया लेकिन अभी यह कारगर साबित नहीं हो रहा है।
30 मिनट तक एजेंट मुक्त तत्काल
रेलवे के नए नियम में 30 मिनट तक एजेंट बुकिंग नहीं कर सकते। वहीं यात्री विंडो में टिकट बुक करने के लिए लाइन लगाकर आधार वेरिफिकेशन फिर ओटीपी का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन ओटीपी नहीं आ रहे हैं और समय निकल जाता है। इस तरह अभी यात्रियों को इस सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
ऐसा है नियम
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