भारतीय शेयर बाजार में सप्ताह के आखिर कारोबारी सेशन शुक्रवार के कारोबारी दिन की शुरुआत नकारात्मक रही। बेंचमॉर्क इंडेक्स बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी 50 लाल निशान पर ट्रेड करते हुए ओपन हुए। शुरुआती कारोबार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 22 पैसे गिरकर 89.93 पर आ गया।
By: Arvind Mishra
Dec 26, 202511:15 AM
मुंबई। स्टार समाचार वेब
भारतीय शेयर बाजार में सप्ताह के आखिर कारोबारी सेशन शुक्रवार के कारोबारी दिन की शुरुआत नकारात्मक रही। बेंचमॉर्क इंडेक्स बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी 50 लाल निशान पर ट्रेड करते हुए ओपन हुए। दरअसल, हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन यानी शुक्रवार को घरेलू शेयर बाजार में कमजोरी देखी। विदेशी निवेशकों की बिकवाली के दबाव के बीच सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में गिरावट दर्ज की गई। बाजार की धारणा कमजोर बनी रही, जिसका असर कम ट्रेडिंग वॉल्यूम और घरेलू स्तर पर किसी बड़े सकारात्मक संकेत की कमी के रूप में दिखा।
निफ्टी 46.45 अंक गिरा
शुरुआती कारोबार में 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 183.42 अंक गिरकर 85,225.28 पर आ गया। वहीं, 50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी 46.45 अंक गिरकर 26,095.65 पर पहुंच गया। शुरुआती कारोबार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 22 पैसे गिरकर 89.93 पर आ गया।
सेंसेक्स की कंपनियों का हाल
सेंसेक्स की 30 कंपनियों में से बजाज फाइनेंस, सन फार्मा, इटरनल, टाटा स्टील, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और भारती एयरटेल सबसे पिछड़ने वाली कंपनियों में शामिल थीं। भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, टाइटन, इंफोसिस और अल्ट्राटेक सीमेंट लाभ कमाने वाली कंपनियों में शामिल थीं।
एशियाई बाजारों में मिला-जुला कारोबार
एशियाई बाजारों में, दक्षिण कोरिया का कोस्पी और जापान का निक्केई 225 सूचकांक सकारात्मक दायरे में कारोबार कर रहे थे, जबकि शंघाई का एसएसई कंपोजिट सूचकांक नीचे दर्ज किया गया। क्रिसमस के उपलक्ष्य में गुरुवार को घेरलू बाजार और अमेरिकी बाजार बंद रहे।
नए उत्प्रेरकों के अभाव
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा कि अमेरिका-भारत व्यापार समझौते जैसे नए उत्प्रेरकों के अभाव में, बाजार के मौजूदा स्तरों के आसपास स्थिर रहने की संभावना है।
सीमित दायरे में बाजार
मेहता इक्विटीज लिमिटेड के उपाध्यक्ष प्रशांत तापसे ने कहा कि कम अवकाशकालीन बिक्री, एफआईआई द्वारा 1,721 करोड़ रुपए की बिकवाली और मजबूत घरेलू संकेतों के अभाव के कारण बाजार सीमित दायरे में और अस्थिर बने हुए हैं, जिससे बाजार का माहौल नाजुक बना हुआ है।
ब्रेंट क्रूड 62.31 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंचा
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.11 प्रतिशत बढ़कर 62.31 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल हो गया। एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, एफआईआई ने 1,721.26 करोड़ रुपए के शेयर बेचे, जबकि डीआईआई ने 2,381.34 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे।
निकल रहा भारतीय करेंसी का दम
इधर, भारतीय रुपये में उतार-चढ़ाव का दौर लगातार जारी है। हालिया रिकवरी के बाद भी इसकी कमजोरी पूरी तरह थमती नजर नहीं आ रही है। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रिकॉर्ड स्तरों के आसपास पहुंचने के बाद रुपए ने कुछ मजबूती जरूर दिखाई थी, लेकिन हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन की शुरुआत के साथ ही इसमें फिर गिरावट दर्ज की गई। अनिश्चितताओं के बीच रुपया 22 पैसे टूटकर 89.94 प्रति डॉलर पर आ गया।
इसलिए कमजोर हुआ रुपया
अंतर बैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया डॉलर के मुकाबले 89.84 पर खुला और शुरुआती कारोबार में ही दबाव में आकर 89.94 तक फिसल गया, जो पिछले बंद भाव की तुलना में 22 पैसे की गिरावट को दर्शाता है। इससे पहले बुधवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले आठ पैसे कमजोर होकर 89.71 पर बंद हुआ था, जबकि बृहस्पतिवार को क्रिसमस के कारण बाजार बंद रहे।