अमरपाटन और मैहर क्षेत्र में संक्रामक रोगों व एनसीडी पोर्टल पर रिपोर्ट दर्ज न करने पर कई सीएचओ के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई है। दो सीएचओ को तीन दिन में स्पष्टीकरण देने के लिए नोटिस जारी हुआ है, जबकि दस सीएचओ के वेतन कटौती के आदेश दिए गए हैं। साथ ही टीबी खोज अभियान में कम उपलब्धि पर सभी सीएचओ को चेतावनी पत्र जारी कर चार दिन में लक्ष्य पूरा करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
By: Yogesh Patel
Dec 05, 20253:54 PM
हाइलाइट्स
सतना, स्टार समाचार वेब
आईडीएसपी-आईएचपी पोर्टल पर संक्रामक बीमारियों की रिपोर्ट एस फार्म पर दर्ज न करने के चलते अमरपाटन विकासखंड की ग्राम ओबरा की सीएचओ शशि सोनी एवं पपरा सीएचओ रिया सूर्यवंशी को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब तलब के लिए तीन दिन का समय दिया गया है। यह नोटिस सीएमएचओ डा. मनोज शुक्ला द्वारा मैहर कलेक्टर द्वारा जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक के बाद जारी की गई। बताया गया कि संक्रामक बीमारियों की रिपोर्ट को एएनएम द्वारा रोजाना एस फार्म पर करने के निर्देश हैं। जिन स्वास्थ्य संस्थाओं में एएनएम पदस्थ नहीं हैं वहां पर सीएचओ द्वारा कार्य सम्पादित किया जाने के निर्देश दिए गए थे। अमरपाटन विकासखंड की ओबरा गांव की सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी शशि सोनी एवं पपरा गांव की सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी रिया सूर्यवंशी द्वारा कार्य को गंभीरता से नहीं लिया गया। लापरवाही के चलते नवम्बर माह में एस फार्म में एक दिन भी रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई। रिपोर्ट दर्ज न करने के कारण जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में मैहर कलेक्टर द्वारा सीएमएचओ को दोनो उप स्वास्थ्य केन्द्रों की सीएचओ को कारण बताओ नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण लेने के लिए निर्देश दिए गए थे। सीएमएचओ ने बताया कि दोनों उप स्वास्थ्य केन्द्रों की सीएचओ को स्पष्टीकरण देने एवं कार्य में सुधार करने के लिए तीन दिन का समय दिया गया है। जवाब समय पर न मिलने एवं कार्य में सुधार न होने पर सीएचओ का 15 दिन के वेतन कटौती की कार्रवाई की जाएगी।
एनसीडी कार्य की प्रगति कमजोर, 10 सीएचओ को शोकॉज
सीएमएचओ ने बताया कि एनसीडी कार्य में कम प्रगति मिलने पर अमरपाटन एवं मैहर के उप स्वास्थ्य केन्द्रों में पदस्थ 10 सीएचओ की 10 दिन के वेतन कटौती के साथ कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। जवाब -तलब के साथ एनसीडी पोर्टल पर शत- प्रतिशत डाटा दर्ज करने के लिए सात दिन की मोहलत दी गई है। जानकारी के अनुसार अमरपाटन की उप स्वास्थ्य केन्द्रों में मौहारी की अनुपमा सेन, जरमोहरा की मुमताज बानो, खरमसेड़ा के कृष्णकांत तिवारी, कोरिगवां की ललिता सिंह गौर, बेला की प्रतिभा पटेल, बिछिया की रश्मि सिंह एवं मैहर उप स्वास्थ्य केन्द्रों में जूरा की पूजा चतुर्वेदी, बेरमा की आरती वर्मा, जीतनगर की रोशनी वर्मा, जुड़वानी की ज्योतिन वर्मा को शोकॉज नोटिस जारी की गई है।
चार दिन में पूरा करें टीबी खोज अभियान का लक्ष्य
बताया गया कि कारण बताओ नोटिस के अलावा जिले के सभी कम्युनिटी हेल्थ आॅफीसरों को टीबी खोज अभियान अन्तर्गत शत- प्रतिशत स्क्रीनिंग करने के लिए चेतावनी पत्र भी जारी किया गया है। अभियान में मरीजों की स्क्रीनिंग को निक्षय साफ्टवेयर में दर्ज करने के लिए भी निर्देश जारी किए गए हैं। सीएमएचओ ने बताया कि जिले भर में चलाए जा रहे सघन टीबी खोज अभियान अन्तर्गत जिले की कुल उपलब्धि 46 फीसदी ही है। इतनी कम उपलब्धि के चलते जिले की छवि खराब हो रही है। प्रदेश में टीबी सघन खोजी अभियान में सतना जिला नीचे से दूसरे पायदान पर है। जिले को ऊंचे पायदान पर पहुंचाने के लिए जिले के सभी उप स्वास्थ्य केन्द्रो में पदस्थ कम्युनिटी हैल्थ आफीसरों को चार दिन में लक्ष्य का शत-प्रतिशत स्क्रीनिंग कर साफ्टवेयर में अपडेट करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही मरीजों की की जा रही एक्स-रे की इंट्री भी दर्ज करने के लिए कहा गया है। चार दिन में अगर यह इंट्री शत- प्रतिशत दर्ज नहीं होती तो ऐसी स्थिति में जिले में इस कार्य में लगे सभी सीएचओ के सात दिन की वेतन कटौती की कार्रवाई की जाएगी।