जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले के अखल देवसर इलाके में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच लगातार तीसरे दिन भी मूठभेड़ जारी रही। सुरक्षबलों ने एक और आतंकी को मार गिराया। अब तक तीन आतंकी मुठभेड़ में ढेर हो चुके हैं।
By: Arvind Mishra
Aug 03, 20259:44 AM
श्रीनगर। स्टार समाचार वेब
जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले के अखल देवसर इलाके में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच लगातार तीसरे दिन भी मूठभेड़ जारी रही। सुरक्षबलों ने एक और आतंकी को मार गिराया। अब तक तीन आतंकी मुठभेड़ में ढेर हो चुके हैं। फिलहाल पूरे इलाके में सुरक्षाबलों ने घेराबंदी कर रखी है। साथ ही सर्च ऑपरेशन जारी है। दरअसल, जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच पिछले तीन दिनों से चल रही मुठभेड़ रविवार को भी जारी रही। अखल के जंगलों में कल पूरी रात विस्फोट और गोलीबारी जारी रही। यह इस वर्ष का सबसे बड़ा ऑपरेशन हो सकता है। इस मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने अब तक तीन आतंकियों को ढेर करने में सफलता पाई है। एक जवान भी घायल हुआ है। वहीं पहलगाम हमले को अंजाम देने वाले तीनों आतंकियों को ऑपरेशन महादेव के दौरान भारतीय सुरक्षाबलों ने मार गिराया। अब खबर है कि इस आॅपरेशन के दौरान मारे गए आतंकी ताहिर हबीब का जनाना-ए-गायब गुलाम कश्मीर (पीओके) के काई गल्ला गांव में निकाला गया। इस दौरान बड़ी संख्या इस आतंकी के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए कई बुजुर्ग, पाकिस्तान के पूर्व सैनिक और लश्कर-ए-तैयबा के सदस्य पहुंचे। पीओके से इस तस्वीर के सामने आने के बाद ये दूसरी बार सिद्ध हो गया कि पहलगाम हमले में पाकिस्तान की संलिप्तता रही है।
इस आतंक रोधी अभियान में हाईटेक सर्विलांस सिस्टम और स्पेशल पैरा फोर्स के जवान शामिल हैं। जम्मू-कश्मीर के डीजीपी और सेना की 15वीं कोर के कमांडर इस एंटी-टेरर ऑपरेशन पर कड़ी नजर रख रहे हैं। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एक बयान में कहा कि स्पेशल आॅपरेशन ग्रुप, सेना और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की एक जॉइंट टीम अखल के जंगलों में चल रहे इस आतंकवाद विरोधी अभियान में लगी हुई है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी मिलने के बाद 1 अगस्त को दक्षिण कश्मीर के अखल वन क्षेत्र में घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया। छिपे हुए आतंकवादियों द्वारा सुरक्षा बलों पर गोलीबारी करने के बाद तलाशी अभियान मुठभेड़ में बदल गया, जिसके बाद सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई की।
जम्मू-कश्मीर में इस हफ्ते यह सुरक्षा बलों की आतंकियों के साथ तीसरी मुठभेड़ है। इससे पहले, सुरक्षा बलों ने आॅपरेशन महादेव चलाकर पहलगाम हमले में शामिल तीन आतंकवादियों- सुलेमान, अफगान और जिब्रान को ढेर कर दिया था। लश्कर-ए-तैयबा का एक शीर्ष कमांडर सुलेमान पहलगाम और गगनगीर आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड था। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 29 जुलाई को संसद को बताया था कि तीनों की पहचान पाकिस्तानी आतंकवादियों के रूप में हुई है। जिन्होंने 22 अप्रैल को पहलगाम की बैसरन घाटी में 26 निर्दोष पर्यटकों की गोली मारकर निर्मम हत्या की थी।