सतना के जिला अस्पताल के पोस्ट ऑपरेटिव मेटरनिटी वार्ड में भीषण गर्मी से मरीज बेहाल हैं। मरीजों को राहत देने की जगह परिजन खुद टेबल फैन लेकर पहुंच रहे हैं। अस्पताल प्रबंधन अब तक कूलर नहीं लगा सका।
By: Yogesh Patel
Jun 18, 202511:56 AM
सतना, स्टार समाचार वेब
जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल के पोस्ट ऑपरेटिव मेटरनिटी वार्ड में प्रसूताओं और नवजातों का हाल बेहाल है। गर्मी के तीन माह बीत गए हैं, लेकिन इस वार्ड की सुध लेने वाला कोई नहीं है, केवल एक कूलर और सीलिंग फैन के भरोसे मरीज भट्टी में तपने को मजबूर हैं। भीषण गर्मी और उमस से मैटरनिटी वार्ड इन दिनों तपते तंदूर का अहसास करा रहा है जिसके चलते प्रसूताएं बेहोश तक हो रही हैं क्योंकि ये प्रसूताएं सीजर यानि ऑपरेशन के बाद यहां भर्ती की जाती हैं।
इन मरीजों की हालत ऑपरेशन के बाद और भी गंभीर हो जाती है। कई प्रसूताओं का तो बीपी भी बढ़ने लगता है, लेकिन दुर्भाग्य की बात यह है कि पूरी गर्मी बीतने के बाद भी न तो यहां एसी लगा है न अभी तक कूलर लग पाए हैं, केवल सीलिंग फैन के सहारे हवा लेने को भर्ती मरीज और परिजन मजबूर हैं। भीषण गर्मी और उमस के चलते वार्ड में हालात यह बन रहे हैं कि मरीज के परिजन इलाज कराने अपने साथ टेबल फैन और फर्राटा साथ लेकर पहुंच रहे हैं। जिनके पास नहीं है वे बाजार से खरीद रहे हैं। इस उमस के मौसम में अति गंभीर रोगी पर्याप्त हवा और ठंडक न मिलने पर और घबराहट महसूस कर रहे हैं।
मौके पर ऐसे मिले हाल
मंगलवार को पोस्ट ऑपरेटिव मेटरनिटी वार्ड मरीजों से भरा हुआ मिला। वार्ड में कुल 45 बेड में प्रसूताएं भर्ती थी। वार्ड में करीब 10 भर्ती मरीजों के सामने टेबल फैन और फरार्टा देखने को मिला। वार्ड के अंदर उमस और भीषण गर्मी से मरीज और परिजनों का बुरा हाल था। भीषण गर्मी और उमस से मरीज को घबराहट और बेचैनी तक महसूस हो रही थी। मरीजों के परिजनों ने बताया कि वार्ड में केवल सीलिंग फैन के सहारे ही हवा उपलब्ध हो रही है। मरीज के परिजनों ने कहा वार्ड के ऐसे हालत को देखते हुए घर से पंखा आदि लाना मजबूरी है। अस्पताल प्रबंधन से शिकायत करने पर बीते दिन प्रबंधन ने कूलर लगाने का आश्वासन तो दिया लेकिन अभी तक कहीं कूलर लगाया नहीं गया।
पोस्ट ऑपरेटिव मेटरनिटी वार्ड में कूलर लगाने 4 से 5 जगह का चयन किया गया है, जिसके लिए खिड़कियों के कांच को हटाना पड़ेगा। कूलर भी मंगा लिए गए हैं। एक दो दिन में प्रसूताओं को उमस वाली गर्मी से राहत मिलने लगेगी।
डॉ. शरद दुबे, आरएमओ, जिला अस्पताल
पिछले तीन दिनों से वार्ड में पत्नी भर्ती है। वार्ड के अंदर भट्टी जैसा तप रहा है, जिससे कि मरीज को घबराहट हो रही है। मरीज को इस गर्मी से बचाने के लिए घर से पंखा लाना पड़ा।
सोनू पाल
पिछले तीन दिनों से मरीज भर्ती है। ऊपर लगा सीलिंग फैन पर्याप्त हवा नहीं दे पाता जिससे घर से ही टेबल फैन मंगाया गया है। पूछने पर कहते हैं जगह चयनित है पर बता नहीं पा रहे कि कब कूलर की सुविधा मिलेगी।
रजनी केवट
ऑपरेशन के बाद पत्नी का बीपी बढ़ने लगा और घबराहट भी हो रही थी। उमस वाली गर्मी में बार-बार चक्कर आ रहे थे और बेहोश भी हो रही थी । जिला अस्पताल में न तो प्रबंधन ध्यान देता न ही नर्सिंग स्टाफ।
कैलाश कुशवाहा